साहब एक नजर सूरतगंज में संचालित अवैध अस्पतालों पर यहां भी तीमारदारों की हो रही जेबें ढीली

जेपी रावत
बाराबंकी संदेश महल
निजी अस्पताल में संचालित मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निलंबित करने की रिपोर्ट औषधि निरीक्षक ने औषधि लाइसेंस प्राधिकारी को भेज दी गई है। मिली जानकारी अनुसार करीब एक सप्ताह पूर्व हुई शिकायत पर औषधि निरीक्षक ने मेडिकल स्टोर की जांच की थी जिसमें 952 रुपये वाला इंजेक्शन मरीजों काे 3600 रुपये में बेचा जा रहा था। इसके अलावा जांच में और कई खामियां मिलने पर करीब पांच लाख की दवाएं जब्त करते हुए मेडिकल स्टोर को सील कर दिया था। बाराबंकी के फतहाबाद में संचालित सुमन अस्पताल का मामला है। अस्पताल परिसर में ही मेडिकल स्टोर भी संचालित हो रहा है। औषधि निरीक्षक सीमा सिंह ने बताया कि शासन स्तर पर हुई शिकायत के बाद जांच की गई तो शिकायत सही पाई गई। 952 रुपये वाला इंजेक्शन मरीजों को 3600 रुपये में बेचा जा रहा था। यही नहीं जांच के दौरान और भी कई खामियां मिली थीं, जिस पर पांच लाख की दवाओं को जब्त करते हुए मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया था तथा नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था।औषधि निरीक्षक ने बताया कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति करते हुए जांच रिपोर्ट औषधि लाइसेंस प्राधिकारी (डीएलए) को भेज दी गई है। उम्मीद जताई कि एक-दो दिन में लाइसेंस भी निलंबित हो जाएगा।


जनपद की यह तो बानगी है। विकास खंड सूरतगंज कस्बे में लगभग आधा दर्जन से अधिक संचालित निजी अस्पतालों की मनमानी भी चरम पर है।इसको लेकर “संदेश महल” ने आधा धिकारियों का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश भी कर चुका है।यह भी बताते चलें कि
सूरतगंज में स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे अवैध रुप से नर्सिंग होम अस्पताल,क्लीनिक, पैथाेलॉजी,मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं। और विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। जो मनमाने तरीके से संचालन कर मरीज के तीमारदारों की जेबें ढीली करने पर लगें हुए है।

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