रिपोर्ट
सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल समाचार
जब देश आजादी का महोत्सव मना रहा होता है, तो बधाइयों का सिलसिला जारी हो जाता है। और अधिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय गोविन्द प्रसाद मिश्र उर्फ छेददृन महाराज की पत्नी यशोमती देवी के सम्मान के लिए सरकारी गाड़ी भेजकर सम्मान करने में कोई कोरी कसर नहीं छोड़ते। यह सेनानी परिवार आज भी मुफलिसी का जीवन बसर कर रहा है। पूर्व से लेकर तत्कालीन सरकार ने इस परिवार को किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दी है।

बस जिंदगी कट रही है।
गौरतलब हो कि जनपद सीतापुर के मिश्रिख तीर्थ नगर पालिका मिश्रित के सफाई कर्मीयों से यह परिवार परेशान हैं। यशोमती देवी पत्नी स्वर्गीय श्री गोविंद प्रसाद मिश्रा उर्फ छेद्दन कि व्यक्तिगत जमीन पर नगर पालिका मिश्रित के सफाई कर्मी जबरदस्ती कूड़ा डालते हैं मना करने पर मानते नहीं कई बार नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को फोन से सूचित भी किया गया लेकिन अधिकारी इस कान से सुनते हैं और दूसरे कान से निकाल देते हैं।

तहसील और जिले के अधिकारी सेनानी को 26 जनवरी 15 अगस्त लेने के लिए गाड़ी भेजते हैं और सम्मान देते हैं। वहीं पर अधिशासी अधिकारी ढाक के तीन पात वाली कहावत को चरितार्थ करते नजर आ रहे हैं। सेनानी की जमीन पर नगर पालिका ने स्ट्रीट लाइट का पोल भी लगा दिया है। स्थानीय नगर पालिका प्रशासन सिर्फ इस परिवार को परेशान करता है। सेनानी के पुत्र वेदप्रकाश मिश्र का कहना है कि जिला प्रशासन के अधिकारी हमारी ओर एक बार नजर डालें तो हकीकत सामने आ जायेगी कि स्थानीय प्रशासन से कितनी झंझावतों का सामना करना पड़ता है।