कोल्ड स्टोर से जल्दबाजी में न निकाला जाए आलू,अन्यथा छेड़ेंगे आंदोलन-भाकियू

रिपोर्ट
पंकज शाक्य
मैनपुरी संदेश महल समाचार

सरकार 31 अक्टूबर तक कोल्ड से जबरन आलू निकासी का आदेश ले वापस

4 साल में पहली बार आलू का मूल्य मिला सही, पुराने घाटे की भरपाई कर रहा किसान

1868 रुपए धान का मूल्य, लेकिन धान को खरीद रहे 1हजार से 14सौ में

भारतीय किसान यूनियन किसान गुट के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार करहल अरुण कुमार को सौंपा है। जिसमें पदाधिकारियों ने 31 अक्टूबर तक कोल्ड स्टोरेज से जबरन आलू निकासी एवं सरकार द्वारा धान की खरीद सही तरीके से न किए जाने के संबंध मे एक ज्ञापन सौंपते हुए समस्या के निराकरण की मांग की है।
पदाधिकारियों ने बताया है कि पिछले 4 वर्षों से आलू का किसान रेट न मिल पाने के कारण लगातार घाटा झेलता आ रहा है। इस वर्ष किसानों को सही रेट मिल पाया था। जिससे किसान अपने पुराने घाटे की भरपाई कर पा रहा था। जबकि सरकार द्वारा धान का समर्थन मूल्य 1868 रुपए तय किया गया था। और मंडियों में व्यापारियों द्वारा किसान के धान कीमत ₹1000 से ₹1400 तक लगाई जा रही है। जिससे किसान की धान की फसल का घाटा हो रहा है। पर आलू किसानों के लिए सरकार द्वारा 31 अक्टूबर तक कोल्ड स्टोरेज से आलू निकासी का आदेश जारी किया गया। यदि जल्दबाजी से कोल्ड स्टोरेज से आलू निकाला गया तो फिर आलू किसानों को बहुत बड़ा घाटा होगा। इसलिए 31 अक्टूबर तक के कोल्ड स्टोरेज से आलू निकासी वाले आदेश को वापस लिया जाए और किसानों के धान को समर्थन मूल्य से नीचे न खरीदने का आदेश मंडियों के लिए लागू किया जाए।
संगठन ने पत्र में चेतावनी लिखते हुए बताया है कि भारतीय किसान यूनियन किसान गुट के पदाधिकारी पूरे प्रदेश में किसान हितों को देखते हुए आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होगे।इस अवसर पर भारतीय किसान
यूनियन किसान के अध्यक्ष हृदेश मिश्रा, अभिषेक दुबे, सुबोध कांत, राजपाल समेत आदि तमाम लोग मौजूद रहे।