रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
मथुरा। केन्द्र पोषित कृषि अवस्थापना निधि अनुश्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। इसमें किसानों द्वारा दिए गए ऋण के प्रार्थना पत्रों के प्राप्त होने के साथ ही वितरण करने की प्रक्रिया को शुरू कराने के निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. नितिन गौड़ ने संबंधित अधिकारियों को जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को
आॅर्गेनिक खेती, डेयरी, मत्स्य, बकरी पालन, कोल्ड स्टोरेज आदि अनेक प्रोजेक्ट के लिए किसानों को दो करोड़ रूपए का लोन दिया जायेगा। इसके लिए पोर्टल यथाशीघ्र बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही जिला स्तर पर एक माॅनिटरिंग समिति बनायी गयी है।
सीडीओ गौड़ ने बताया कि इसका लक्ष्य पोस्ट हार्वेस्ट नुकसान को कम करना, बिचैलियों को कम करना एवं किसानों को फसलों के विपणन में सहयोग करना है। जिससे किसानों की आय में बढोत्तरी हो सके। इस निधि का क्रियान्वयन आगामी 3 वर्षों तक किया जायेगा। केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष 30 हजार करोड़ रूपए किसानों को देने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्र सरकार द्वारा दो करोड़ के परियोजना पर ब्याज अनुदान 3 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से दिया जायेगा। ब्याज अनुदान 7 वर्षों के लिए होगा। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को सुगमता से ऋण मिल सकेगा। साथ ही दो करोड़ रूपए की परियोजना पर सीजीटीएमसई के रूपए में क्रेडिट कार्ड की भी व्यवस्था की गयी है।
बैठक में जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड सर्वेश गुप्ता, पीडी बलराम कुमार, उप कृषि निदेशक धुरेंद्र कुमार, एलडीएम के साथ अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।