पुलिस हिरासत में व्यक्ति की मौत सड़क पर शव रखकर हंगामा फोर्स तैनात

जेपी रावत
लखीमपुर-खीरी संदेश महल
उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के मितौली क्षेत्र में गला दबाकर पांच साल की बच्ची अंशू की हत्या के मामले में पूछताछ को हिरासत में लिए गए व्यक्ति की मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने लखीमपुर मैगलगंज मार्ग पर कस्ता चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाया। स्थिति को देखते हुए पुलिस और पीएसी मौके पर तैनात कर दी गई। पुलिस अफसर आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि तीन अप्रैल को पकरिया जलालपुर गांव में लापता पांच साल की बच्ची अंशू की गला दबाकर हत्या की गई थी। लापता होने के 26 घंटे के बाद उसका शव घर से महज 100 दूरी पर बरामद हुआ था।मामले में पुलिस ने गांव के ही आसाराम को हिरासत में लिया था। रात में आसाराम की मौत हो गई। इससे पुलिस में खलबली मच गई। थानाध्यक्ष का कहना है कि बच्ची की हत्या में शुक्रवार की शाम चार बजे आसाराम को थाने लाया गया। आसाराम का पेट खराब था,उसको सीएचसी ले जाया गया,जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। रात करीब 10 बजे उसकी मौत हो गई। आसाराम के परिजनों का आरोप है कि मितौली थाना परिसर में पुलिस ने आसाराम को बेरहमी से पीटा। उसे करंट भी लगाया, जिससे उसकी मौत हो गई। जब उसकी मौत हो गई रात में ही पुलिस ने शव परिजनों को बीमारी से मौत होने की बात कहते हुए सौंप दिया था। सुबह गांव में तनाव फैल गया। परिजनों के साथ सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर उतर आए। सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। हंगामा करने लगे। सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस अफसर भी सक्रिय हो गए।परिजन दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। एएसपी, सीओ समेत कई अफसर और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। कस्ता चौराहे पर लगे भीषण जाम को खुलवाने पहुंचे एडिशनल एसपी नैपाल सिंह ने हेलमेट पहनकर मोर्चा संभाला है। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को रोका तो लोग भिड़ने को तैयार हो गए। पुलिस से नोकझोंक के साथ धक्कामुक्की भी हुई।
पुलिस ने लोगों को कस्ता चौराहे पर जाने से रोकने का प्रयास किया। इससे लोग और आक्रोशित हो गए। भीड़ बढ़ने से फोर्स भी कोई कार्रवाई करने की स्थिति में नहीं है। आक्रोशित लोगों ने लखीमपुर मैगलगंज मार्ग पर कस्ता चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। परिजन ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मृतक की पीठ पर चोटों के निशान भी दिखाए। तनाव देखते हुए पीएसी भी बुला ली गई। चौराहा जाम होने से बड़ी संख्या में लोग फंस गए। मृतक आसाराम की पत्नी रो-रोकर बेहोश हो रही थी।उसका बुरा हाल है।