रिपोर्ट
जेपी रावत
संदेश महल समाचार
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बार-बार समझाने पर जब बेटी अपने प्रेमी को छोड़ने को राजी नहीं हुई तो पिता ने प्रेमी के नाम की पांच लाख की सुपारी दे दी।शूटर पिथौरागढ़ भी पहुंच गया। गनीमत यह रही कि शूटर के तमंचे से गोली नहीं चली और लड़के ने हिम्मत दिखाते हुए हमलावर से तमंचा छीन लिया। खुद को फंसता देख आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने शूटर समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के प्रयास के आरोप में कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। लड़की के पिता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गुड़गांव रवाना हो गई है। एसपी प्रीति प्रियदर्शनी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिथौरागढ़ के दौला निवासी जयंत नगरकोटी की पढ़ाई नोएडा से हुई है। पढ़ाई के दौरान उसका एक लड़की से प्रेम प्रसंग हो गया और मामला शादी तक पहुंच गया। लड़की की जिद पर उसका पिता लड़के के घर वालों से बात करने के लिए पिथौरागढ़ आए।
बताया जा रहा है कि उसे लड़के का घर पसंद नहीं आया और उसने बेटी की शादी जयंत से कराने से इनकार कर दिया लेकिन लड़की जयंत से शादी करने पर अड़ी रही। इसे देखते हुए लड़की के पिता ने जयंत को ही रास्ते से हटाने का निर्णय ले लिया। उसने नितिन कुमार पोसवाल को पांच लाख रुपये देकर जयंत को मारने की सुपारी दे दी। नितिन ने जयंत को मारने के लिए ढाई लाख रुपये में सज्जन कुमार और अंकित पांडेय निवासी कलाफरपुर मुआरागंज थाना रोनाई जिला फैजाबाद हाल खोड़ा कालोनी से सौदा किया। सुपारी मिलने के बाद जयंत की फोटो और पता लेकर दोनों शूटर रेकी करने के लिए दो बार पिथौरागढ़ आए और जयंत को मारने की कोशिश भी की लेकिन मौका नहीं मिला।
प्रेमिका के पिता के कहने पर प्रेमी को मारने पहुंचे शूटर को लड़के के साहस के आगे हार माननी पड़ी। शूटर ने लड़के को मारने के इरादे से उससे लिफ्ट मांगी और कार में बैठते ही तमंचा तान दिया। लड़के को कुछ समझ में आता इससे पहले ही शूटर ने गोली चलाई पर फायर मिस हो गया। शूटर दोबारा तमंचा लोड करता इससे पहले ही लड़के ने उसे दबोच लिया। खुद को फंसता देख शूटर मौका देखकर फरार हो गया। लड़के ने फौरन पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने विवेचना के बाद आरोपी और उसे सुपारी देने वाले लड़की के मामा को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की के पिता को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उसकी तलाश में गुड़गांव के लिए रवाना हुई है।गुड़गांव हरियाणा निवासी एक व्यक्ति से जयंत की सुपारी मिलने के बाद नितिन कुमार पोसवाल ने शूटर सज्जन कुमार और अंकित पांडेय से संपर्क साधा। दोनों से जयंत को मारने की बात की और ढाई लाख में सुपारी तय कर ली। इसके बाद दोनों शूटर 28 अक्तूबर को जयंत को मारने के लिए स्विफ्ट डिजायर कार डीएल 1आरटीसी 3159 से पिथौरागढ़ आए और फर्जी आईडी और नाम बदलकर एक होटल में रुके। सज्जन राघव बनकर दौला गांव पहुंचा और कमरा खोजने के बहाने जयंत की रेकी करने लगा। कुछ दिन रुकने के बाद दोनों शूटर लौट गए। पांच नवंबर को दोनों शूटर के साथ नितिन भी कार से पिथौरागढ़ आया।दोनों शूटर एक बार फिर जयंत को मारने की फिराक में लग गए। मौका नहीं मिलने पर तीनों लौट गए। 19 को सज्जन फिर पिथौरागढ़ आया और जंयत से मेलजोल बढ़ाने लगा। उसने जयंत को घूमने और पार्टी का लालच भी दिया पर जयंत उसकी बातों में नहीं आया। एक और मौका चूकने पर सज्जन ने दूसरा प्लान बनाया और लिफ्ट लेने के इरादे से 21 नवंबर को बाखली बारात घर के पास जयंत का इंतजार करने लगा। जयंत को कार से आता देख उसने उससे लिफ्ट मांगी।जयंत उससे पहले कई बार मिल चुका था लिहाजा उसने भी कार रोक दी। कार में बैठते ही सज्जन ने जयंत की ओर तमंचा तान दिया। जयंत कुछ समझ पता कि सज्जन ने गोली चला दी पर फायर मिस हो गया। सज्जन दोबारा तमंचा लोड करता इससे पहले जयंत ने उसे दबोच लिया। खुद को फंसता देख सज्जन कार का गेट खोलकर भाग निकला। इधर जयंत ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी थी।एसपी के निर्देश पर कोतवाल ने आरोपी के गिरफ्तारी के लिए टीम गठन किया था। एसओजी और पुलिस टीम ने जयंत की हत्या करने आए आरोपी युवक सज्जन कुमार को गाजियाबाद से और नितिन को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 307 और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तार कर दिया। पुलिस टीम में एसआई विजय कुमार, प्रियांशु जोशी, सुरेश कंबोज, कांस्टेबल जनरैल सिंह, राजकुमार सिंह, बलवंत सिंह, गोविंद सिंह शामिल रहे।