भारतीय किसान कल्याण समिति के किसान नहीं जा पाए दिल्ली,पुलिस से हुई झड़प

रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार

भारतीय किसान कल्याण समिति के बैनर तले क्षेत्रीय समस्याओं, बिगड़ती कानून व्यवस्था और केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ बनाए गए तीन कानूनों के खिलाफ चल मोरकी इंटर कालेज के पास चल रहे धरना प्रदर्शन के तीसरे दिन किसानों ने ऐलान किया यमुना एक्सप्रेस वे से होकर पैदल दिल्ली के लिए कूच करेंगे जैसे ही किसान यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंचे तो पुलिस प्रशासन और किसानों में झड़प हो गई। किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इंस्पेक्टर नौहझील लोकेश भाटी और सीओ मांट धर्मेंद्र चौहान ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार किसानों को मना लिया किसान एक्सप्रेस-वे से नीचे धरना स्थल पर आ पहुंचे।
धक्का-मुक्की के बीच मजबूरन किसानों को पुन: धरना स्थल पर लौटना पड़ा। धरना स्थल पर पहुंचते ही ही भारतीय किसान कल्याण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामबाबू सिंह कटैलिया ने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली को सील किए हुए है। हम भी किसान है। देखते है। पुलिस प्रशासन हमें कब तक दिल्ली नहीं जाने देगा धरतीपुत्र संघर्ष के लिए तैयार नौहवारी और नरवारी की पावन भूमि जिसका आंदोलन का इतिहास रहा है। एक बार फिर प्रशासन हमें आंदोलन के लिए हमें मजबूर कर रही है। किसान मजदूर भुखमरी के कगार पर है। और केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आम आदमी को लॉलीपॉप दिए हुए हैं।
उपाध्यक्ष जयपुर जय वीर सिंह आर्य ने कहा समय रहते हुए हम न समझे तो यह किसान विरोधी सरकार अपने इस काले कानून से हमें बर्बाद कर देगी आज हमें एकता दिखाने का समय है। हमें अपनी एकता से और ताकत से अपना हक प्राप्त करना है। धरना के तीसरे दिन हजारों की संख्या में किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर संजीव , सुधीर प्रधान , विजय पाल सिंह , चौधरी देवराज सिंह , मास्टर रोशन सिंह , मनीष जिंदल , जयवीर सिंह , ठाकुर शैलेंद्र सिंह , सतवीर सिंह प्रेमपाल सिंह , बिजेंद्र प्रधान रायपुर वीर सिंह , शंकर गढ़ी , मास्टर हजारी लाल के साथ सैकड़ों किसान मौजूद रहे।