रिपोर्ट
पंकज शाक्य
मैनपुरी संदेश महल समाचार
हँसकुटी आश्रम पर हुआ सत्संग
राधारमन रोड स्थित हंस कुटी आश्रम पर मानव सेवा उत्थान समिति के तत्वाधान में कोरोना के चलते सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें आश्रम की सुधा बाई ने बताया कि भक्ति का मार्ग देखने में कठिन लगता है। लेकिन आनंददायक बहुत होता है जैसा बीज डालोगे तो वैसी ही फसल मिलेगी। इसलिए अच्छे कर्मों का बीज बोयें तभी जीवन का कल्याण होगा उन्होंने बताया कि जो जैसा कर्म करता है वैसा ही भरता है। मनुष्य कितना भी छुप कर गलत काम करें लेकिन आत्मा के अंदर परमात्मा सब देखता है और उसी के अनुसार उसे फल देता है।परमात्मा की भक्ति छल कपट से दूर रहकर करनी चाहिए। तभी फल मिलता है। मिथिलेश बाई ने बताया कि आज लोग गुरू या अन्य देव की सेवा धन यश बल मांगते हैं। भक्ति बिना लोभ लालच के करनी चाहिए ।उन्होंने बताया कि कड़वी तोरई को कितना भी साफ किया जाए कितनी भी शक्कर मिलाई जाए लेकिन उसकी कड़वाहट नहीं जा सकती है। ऐसे ही गलत लोगों के विचार कितना भी समझाओ लेकिन उनकी समझ में ही नहीं आता है। महात्मा राम बिहारी ने एक भजन के माध्यम से बताया कि मछला बाई ने गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रामकृष्ण ने भी गुरु किये गुरू के ही सब आधीन है। इसलिए गुरु के बताए हुए रास्ते पर चले ,जो गुरु की महिमा को समझ लेता है और सेवा कर लेता है। वही अपना कल्याण कर लेता है। लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा सो देखा जाएगा। सत्संग मैं सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।