75 वर्षीय दूल्हे की बारात,नहीं जा सकी दुल्हन पक्ष ने किया इनकार

 

हिमांशु यादव
बाँदा संदेश महल समाचार

जनपद बाँदा में निकासी के बाद दूल्हा सभी बरातियों को साथ लेकर वर पक्ष के गांव महोबा जनपद स्थित ग्योढ़ी गांव के लिए रवाना होने लगे। तभी गांव के बाहर सभी लोगों को एकत्र कर मध्यस्थ श्याम चौबे और उसके पुत्र अवध बिहारी चौबे ने बताया कि दुल्हन सहित उसके परिजन अभी शादी से इनकार कर रहे हैं। बांदा जिले में नरैनी कोतवाली क्षेत्र के रिसौरा गांव में वृद्ध दूल्हे की निकासी के बाद बरात दुल्हन के दरवाजे नहीं पहुंच सकी। ऐन वक्त पर दुल्हन पक्ष ने बरात लाने से मना कर दिया। यह घटना सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। रिसौरा गांव में वृद्ध दूल्हे के साथ अजीबोगरीब घटना घटी। गांव का रहने वाला 75 वर्षीय रामसजीवन नाई जो पहले से ही विवाहित था। उसके दो पुत्र रमेश नाई (40), छोटा (35) दोनों पुत्र विवाहित हैं। इनके अलावा दो पुत्रियां थीं। उनकी शादी रामसजीवन कर चुका है। रामसजीवन की पत्नी की बीते एक दशक पहले मौत चुकी है।
मजाक में गांव के कोटेदार श्याम चौबे ने रामसजीवन को दोबारा शादी करवाने के लिए राजी कर लिया। बीते दिनों रामसजीवन के घर में इसी के बच्चों और रिश्तेदारों के द्वारा सभी रस्में पूरी करवाई गईं। इसके बाद शनिवार की शाम धूमधाम से गांव में घोड़ों-बाजों के साथ निकासी कराई गई। दुल्हन सहित उसके परिजन शादी से इनकार कर रहे हैं। निकासी के बाद दूल्हा सभी बरातियों को साथ लेकर वर पक्ष के गांव महोबा जनपद स्थित ग्योढ़ी गांव के लिए रवाना होने लगे। तभी गांव के बाहर सभी लोगों को एकत्र कर मध्यस्थ श्याम चौबे और उसके पुत्र अवध बिहारी चौबे ने बताया कि दुल्हन सहित उसके परिजन अभी शादी से इनकार कर रहे हैं। दूल्हे को वाहन से उतार कर उसके घर भेज दिया इसलिए बरात नहीं जाएगी। काफी देर तक हो हल्ला मचा रहा। दूल्हे को वाहन से उतार कर उसके घर भेज दिया गया। सभी बराती लौट कर अपने घर चले गए। गांव सहित क्षेत्र में 75 वर्षीय दूल्हे की शादी सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं।

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