1 करोड़ 18 लाख के गांजे को डीआरआई ने पकड़ा सगे भाई सहित तीन गिरफ्तार

 

रिपोर्ट
संदीप तिवारी
वाराणसी संदेश महल

डाफी टोल प्लाजा के पास ट्रक में लदी चावल की भूसी के नीचे छिपाकर रखा गया 590 किलो गांजा डीआरआई ने बरामद किया।गांजे की कीमत एक करोड़ 18 लाख रुपये आंकी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद वाराणसी में डीआरआई की टीम ने डाफी स्थित टोल प्लाजा के पास से एक ट्रक से 590 किलो गांजा पकड़ा। इस दौरान सगे समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। ट्रक में चावल की भूसी में छुपाकर ओडिशा के रायगढ़ से मुरादाबाद ले जाए जा रहे गांजे की कीमत एक करोड़ 18 लाख रुपये आंकी गई है। डीआरआई की टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।डीआरआई के वरिष्ठ खुफिया अधिकारी आनंद राय के अनुसार सूचना मिली थी कि हाईवे से गांजा की एक बड़ी खेप ओडिशा से होकर पश्चिमी यूपी को जाने वाली है। इस पर टीम को अलर्ट करते हुए नेशनल हाईवे पर कोलकाता से आने वाले ट्रकों की चेकिंग शुरू करा दी गई।डाफी टोल प्लाजा पर एक संदिग्ध ट्रक को रोक उसकी तलाशी ली गई तो उसमें सवार तीन युवक भागने लगे, जिन्हें टीम के अन्य साथियों ने पकड़ा। ट्रक के अंदर चावल की भूसी के बीच बंडल में छुपाकर गांजा रखा हुआ था। पूछताछ के दौरान रामपुर के स्वार निवासी मोहम्मद इरफान, नौगवां के रहने वाले सगे भाई अकरम अली और आसिफ अली ने बताया कि यह माल मुरादाबाद पहुंचाना था,सिर्फ यही जिम्मेदारी हम तीनों को मिली थी।आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उड़ीसा के रायगढ़ से यह माल लेकर आ रहे थे। एवज में तीनों को 50-50 हजार रुपये बतौर कूरियर एजेंट मिलते। डीआरआई अधिकारियों के अनुसार मुरादाबाद मादक पदार्थ तस्करों का बड़ा गढ़ है। यहीं से गांजा की खेप नई दिल्ली और पंजाब में पहुंचाई जाती है।

 

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