सकरन थाने की महाराज नगर पुलिस चौकी के सिपाही रात गुजारने जाते गांव

सूर्य प्रकाश मिश्र

सीतापुर संदेश महल समाचार
जिला मुख्यालय से तकरीबन 40 किलो मीटर दूर सकरन थाने की महाराज नगर पुलिस चौकी से पुलिस वाले ही खौफ खाते हैं। उनके डर की कोई खास वजह नहीं है, बल्कि किराए के भवन में संचालित इस पुलिस चौकी की जर्जर हालत ही डर की वजह बनी हुई है।

चौकी भवन की छत से पानी टपकता है। दीवारों में दरारें हैं। दीवारों का प्लास्टर टूट कर खुदबखुद गिरता है। दो कमरों और एक बरामदें में चल रही यह पुलिस चौकी कब भरभरा कर ढह जाए, इसका कोई पता नहीं। इस पुलिस चौकी में बैठकर काम करने वाले पुलिस कर्मियों की जान हर वक्त जोखिम में रहती है।जोखिम भरे माहौल में काम करने वाले पुलिस कर्मियों में डर बना रहता है। यहां तैनात पुलिस स्टाप अनुशासित महकमे के जिम्मेदार होने के नाते अपनी आवाज बुलंद करने से भी हिचकते हैं। ऐसी स्थित में पुलिस कर्मियों को इस जर्जर भवन में डयूटी करनी पड़ रही है। पुलिस कर्मियों के डर का आलम यह है कि रात को पुलिस कर्मी यहां रूकने से कतराते हैं। दिन में किसी तरह काम चलाते हैं। शायद यही वजह है कि यहां तैनात पुलिस स्टाप के लोगों ने सोने के लिए गांव में किराए पर कमरे ले रखे हैं।डयूटी से छूटने के बाद पुलिस कर्मी अपने किराए के कमरों में जाकर सोते हैं। खास बात यह है कि मातहतों को लेकर संजीदगी दिखाने का दावा करने वाले पुलिस के आला अफसर भी इस पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों की खैर-खबर नहीं लेते। अक्सर देखा जाता है कि पुलिस अधिकारी चौकियों पर जाकर विजिट करते हैं। वहां के भवन का निरीक्षण कर उनको दुरस्त कराने के निर्देश देते हैं, लेकिन सकरन थाने की महाराजनगर पुलिस चौकी को लेकर आला अफसर भी संजीदगी नहीं दिखा रहे।

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