9 दिन बाद 8 वर्षीय बालक का 15 टुकड़ों में बंटा मिला कंकाल

 

रिपोर्ट/- विनोद कुमार दूबे संतकबीरनगर संदेश महल समाचार

मेंहदावल क्षेत्र के करमैनी गांव से अपहृत बालक का टुकड़ों में बंटा कंकाल घर से 800 मीटर दूर गेहूं के खेत में मिला। पीड़ित परिजनों ने फिरौती के लिए बालक का अपहरण कर हत्या किए जाने की बात बताई। संदेह के आधार पर पुलिस गांव के एक युवक समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।करमैनी गांव निवासी आठ वर्षीय कृष्णा उर्फ किशन पुत्र चंद्रभान छह अप्रैल की शाम सात बजे घर के बाहर से अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसी रात पीड़ित बाबा ध्रुपचंद्र ने मेंहदावल थाने में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया। पीड़ित पिता चंद्रभान ने बताया कि 12 अप्रैल को उनके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने कॉल की। कॉल करने वाले व्यक्ति ने गांव के एक युवक का नाम लिया और उसी के जरिए बालक को उठवाने की बात की। बालक को उठाने के एवज में 15 लाख रुपये मिलने पर दस लाख उस व्यक्ति को देने और पांच लाख खुद रखने की बात की थी। फोन करने वाले ने बताया कि वह बालक को लेकर घूम नहीं सकता। बालक को एक लड़की लेकर घूम रही है। वह फोन पर अपने बच्चे को देने के लिए गिड़गिड़ाता रहा और उसकी मांग पूरी करने की बात कही। फोन करने वाले ने उसे बताया कि गेहूं के खेत में उसके बेटे के शव को दफनाया गया है। उसने यह भी बताया कि उसकी फ्लाइट है। गांव के युवक ने उसके साथ गद्दारी की है और वह उसे नहीं छोड़ेगा। बृहस्पतिवार को गांव के एक व्यक्ति ने गेहूं के खेत में उसके बेटे का कंकाल देखा और शोर मचाया तो लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर पड़ी शर्ट के आधार पर उसने कंकाल की शिनाख्त अपने लापता बेटे कृष्णा उर्फ किशन के रूप में की। बालक के शरीर के अंग अलग-अलग हिस्सों में बंटे हुए थे। पीड़ित पिता ने फिरौती के लिए बेटे का अपहरण करके हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। सूचना पर एसपी डॉक्टर कौस्तुभ, सीओ अंबरीष भदौरिया के साथ ही फील्ड यूनिट और सर्विलांस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने गहनता से घटना की जांच की। पुलिस संदेह के आधार पर गांव के एक युवक समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

 

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