सदियों पूर्व निर्मित हिंदुत्व की विशाल धरोहर नवीनगर शिवाला मंदिर दुर्दशा पर बहा रहा आंसू

सदियों पूर्व निर्मित हिंदुत्व की विशाल धरोहर नवीनगर शिवाला मंदिर दुर्दशा पर बहा रहा आंसू

पड़ताल रिपोर्ट -अनुज शुक्ला 

 नबीनगर स्टेट की महारानी ने राजा की याद में शिवाला मंदिर का निर्माण कराया था जो रख रखाव के अभाव में जर्जर स्थित में है। संदेश महल संवाददाता अनुज शुक्ला की खास पेशकश

नबीनगर स्टेट की महारानी ने राजा की याद में शिवाला मंदिर का निर्माण कराया था जो रख रखाव के अभाव में जर्जर स्थित में है। बताते चलें कि सीतापुर जनपद मुख्यालय से महज 30 किमी दूर लहरपुर तहसील के नवीनगर स्टेट के नाम से जानी जाने वाली ग्राम पंचायत नबीनगर में प्राचीन काल की धरोहर आज अपनी दुर्दशा पर आसूं बहा रही है। आखिर ये प्राचीन धरोहरों का जिम्मेदार कौन है। प्राचीन धरोहर के आखिरकार जिम्मेदार कहा है। इस तरफ उनका ध्यान क्यो नही जाता है आज धीरे धीरे ये धरोहरें ख़त्म हो रही है।

नबीनगर में प्राचीन काल की धरोहर

ग्राम पंचायत नबीनगर में प्राचीन काल में निर्मित भगवान भोलेनाथ का मंदिर शिवाला आजकल अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर हैं। नबीनगर गांव के बाहर पूर्व में कटेसर व केशरीगंज के बीच में लखीमपुर लहरपुर मार्ग पर नबीनगर स्टेट की महारानी ने इस शिवाला को बनवाया था। जोकि बिना रखरखाव के जर्जर हालत में पहुंच गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लहरपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गोला गोकरननाथ से जब अयोध्या के लिए चलते हैं। लखीमपुर लहरपुर मार्ग पर रास्ते में नबीनगर नामक ग्राम पंचायत पड़ती है। पड़ोस में केसरी गंज नाम का एक कस्बा पड़ता है। ग्राम नबीनगर के पूरब में कस्बा केशरीगंज से पहले भदफर जाने वाले मार्ग के पास रास्ते में एक विशाल प्रांगण में एक विशाल शिवालय पड़ता है। जो वक्त की मार से धूल धूसरित हो रहा है। जनचर्चा के अनुसार सन् 1888 में कटेसर रियासत के राजा शिव बक्स सिंह तालुकेदार की धर्मपत्नी रानी प्रतिपाल कुमार ने राजा साहब की याद में बनवाया था। हिंदुओं की इतनी विशाल धरोहर खंडहर बन रही है। अगर आज भी इसका रंगरोगन कर दिया जाए तो इसके आगे ताजमहल भी फेल है। परंतु आज तक किसी भी मैगजीन,समाचार पत्र और किसी अन्य माध्यम से इसकी चर्चा नहीं सुनी गयी। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आप लखनऊ से सीतापुर या महमूदाबाद होते हुए जा सकते हैं। लहरपुर लखीमपुर मार्ग पर नबीनगर स्टेट है। गूगल पर यह स्थान शिवाला नबीनगर के नाम से शो करता है। यह रखरखाव के अभाव में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर हैं।

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