रिपोर्ट–घनश्याम तिवारी
संतकबीरनगर, संदेशमहल समाचार
जिले के नाथनगर ब्लॉक में तैनात सेक्रेटरी शिव प्रकाश सिंह द्वारा झूठी रिपोर्ट लगाने की एक नई मिसाल खड़ी की जा रही है। इनके द्वारा भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देकर यह साबित करने का प्रयास किया जा रहा है कि कोई कितना ही शिकायत क्यों न कर ले, लेकिन सेक्रेटरी साहब तो भ्रष्टाचारियों को बचाने की ही ठान रखे हैं। शिकायत में स्पष्ट साक्ष्य लगाने के बावजूद सेक्रेटरी साहब को किए गए घोटाले नजर नहीं आते हैं ।इनके द्वारा सिर्फ जिम्मेदार अधिकारियों को अंधकार में रखकर फर्जी और मिथ्या रिपोर्ट लगाई जाती है। इनका जमीर इतना मर चुका है कि रिपोर्ट में यह लिखकर गुमराह कर रहे हैं कि आवास जिनको मिला है, उन्होंने शपथ पत्र लगाया है। सेक्रेटरी साहब के लिखित कथनानुसार ऐसा प्रतीत होता है कि कोई भी अवैधानिक कार्य करने वाला शपथ पत्र लगाकर अपने को ईमानदार साबित कर सकता है।
विदित हो कि नाथनगर ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मड़हाराजा निवासी एक व्यक्ति ने आवास आवंटन में धांधली करने का आरोप लगाते हुए खंड विकास अधिकारी को संबोधित ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराया था। शिकायत में इस बात का उल्लेख किया गया था कि वर्ष 2017-18 में आवास सूची में दर्ज क्रम संख्या 5 पर फातिमा पुत्री मोहम्मद वकील निवासी ग्राम बसिया जोत के स्थान पर प्रधानमंत्री आवास की तीनों रकम फातिमा पत्नी सदरे आलम निवासी ग्राम मड़हाराजा पुरवा बनरहिया को अवैधानिक तरीके से दे दिया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि जिस फातिमा पत्नी सदरे आलम के खाते में प्रधानमंत्री आवास की तीनों रकम भेजी गई है, उसका आवास सूची में नाम कहीं दर्ज नहीं है। इसके बावजूद उसे आवास आवंटित कर दिया गया।जबकि आवास सूची में फातिमा पुत्री मोहम्मद वकील का नाम दर्ज है।
सेक्रेटरी शिव प्रकाश सिंह दिए गए शिकायत के निस्तारण में पूरी तरह से लीपापोती करके इस अवैधानिक कार्य में संलिप्त ग्राम प्रधान और अन्य संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को बचाने का असफल प्रयास किए हैं। यही नहीं माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के विपरीत काम करते हुए यह दिखाने का प्रयास किए हैं कि सरकार के निर्देशों और आदेशों का कोई फर्क शिव प्रकाश सिंह पर नहीं पड़ता है। उन्हें तो बस मनमानी करके ही भ्रष्टाचारियों को बचाने में महारत हासिल है।
शिकायतकर्ता ने बताया जब एक जागरुक व्यक्ति द्वारा स्पष्ट साक्ष्य सहित शिकायती पत्र सौंपने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस प्रकार का अवैधानिक खेल करते रहेंगे तो आम जनता को न्याय की आस लगाना बेकार ही है।
शिव प्रकाश सिंह सेक्रेटरी अपनी रसूखदारी के कारण भी खूब जाने जाते हैं ।यही कारण है कि इन्हें मनमानी ग्राम पंचायतों का कार्यभार भी मिला है। शिकायतकर्ता ने इस समाचार के माध्यम से जिला अधिकारी महोदया का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शिकायत में संलग्न साक्ष्यों के आधार पर शिकायत की उच्च स्तरीय जांच कराने का आग्रह किया है। और लीपापोती करने वाले सेक्रेटरी शिव प्रकाश सिंह के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की सिफारिश किया है।