रिपोर्ट/- जेपी रावत सीतापुर संदेश महल समाचार
नगर पालिका परिषद मिश्रिख में स्वच्छ भारत मिशन के 40 लाख रुपये हड़पने के मामले में जिले के प्रभारी व पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया है। मंत्री ने दोषियों के विरूद्ध केस दर्ज कर पैसों के रिकवरी का आदेश डीएम को दिया है। डीएम ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। अब इस मामले में तत्कालीन ईओ, चेयरमैन समेत कई अन्य पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
गौरतलब हो कि जिले के नैमिषारण्य धाम को मिलाकर बनाई गई मिश्रिख नगर पालिका परिषद में जमकर भ्रष्टाचार का खेल हुआ है। यहां पर स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत खर्च करने के नाम पर बिना कोई काम किए 40 लाख रुपये निकाल लिए गए। मार्च माह में जब ऑडिट में बात उजागर हुई तो हड़कंप मच गया। इसके बाद डीएम अनुज सिंह ने पूरे मामले की जांच कमेटी का गठन किया था।
डीएम ने गंभीरता से लेकर जांच तो शुरू कराई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। तत्कालीन ईओ, चेयरमैन समेत कई लोगों से जांच कमेटी ने बयान जरूर दर्ज किए हैं। मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि स्वच्छता के नाम पर इतना बड़ी गड़बड़ी की गई है। ऐसे में इसमें जो भी शामिल है, उनके खिलाफ केस दर्ज करवाने के साथ धन की वसूली भी की जाए।
नगर पालिका मिश्रिख में स्वच्छ भारत मिशन के तहत पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम फंड से 11 बार में 40 लाख रुपये जनवरी 2020 से 2021 के मध्य निकाले गए थे।जून 2020 में चेयरमैन के अधिकार सीज किए गए।मई 2021 में बहाल हुए। मद से पैसों की निकासी हुई, उन चेक में चेयरमैन व तत्कालीन ईओ के संयुक्त हस्ताक्षर रहे।