आशिकी के चलते आशिनी के अपने ही खून ने किया रिस्तों का कत्ल -पुलिस ने किया राजफाश

जेपी रावत
सीतापुर संदेश महल समाचार

संदना थाना क्षेत्र में युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने घटना का राजफाश किया।पुलिस के मुताबिक बेटी के प्रेम-प्रसंग से नाराज होकर माता-पिता ने ही उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

जनपद सीतापुर के थाना क्षेत्र के सहोली गांव में 17 जून को यूकेलिप्टस के बाग में एक युवती का शव पड़ा मिला था। उसके चेहरे पर धारदार हथियार से प्रहार किया गया था। जांच में युवती की पहचान आशिनी (19) के रूप में हुई थी। वह दिल्ली में अपनी मां नीतू व पिता पंकज के साथ रहकर घरों में झाडू-पोछे का काम करती थी। माता-पिता मूल रूप से संदना के पाकर नरायनपुर के रहने वाले हैं।
एएसपी दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि दिल्ली में ही आशिनी की मुलाकात हरदोई निवासी सर्वेश से हुई। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग हो गया। परिजन सर्वेश से आशिनी की शादी नहीं कराना चाहते थे। इसको लेकर कई बार आशिनी अपने परिजनों से लड़ती थी। वह मां को कमरे में बंदकर सर्वेश से मिलने चली जाती थी। इस बात से परेशान होकर दंपती ने आशिनी की हत्या की योजना बना डाली।
एएसपी दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि वारदात के पांच दिन पहले पूरा परिवार दिल्ली से अपने गांव पाकर नरायनपुर आ गया। पिता पंकज ने अपने चाचा राम औतार की बाइक ली और हरदोई स्थित अपनी ससुराल जाने की बात कहकर घर से निकल लिया। गांव से करीब दस किलोमीटर दूर माता-पिता ने आशिनी की हत्या कर दी। इसके बाद वह इधर-उधर घूमते रहे। काफी दिन बीतने के बाद राम औतार ने पंकज के मोबाइल पर कॉल की लेकिन फोन नहीं मिला। इस पर उसने अपनी बाइक लापता होने की बात पुलिस को बताई। पुलिस ने कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुए मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने गुनाह कुबूल कर लिया है। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
पहले दबाया गला, फिर बांके से किया वार
आरोपियों ने पहले से ही बेटी की हत्या करने की योजना बना ली थी। बाइक से उतरते ही उन्होंने आशिनी का गला दबाकर उसे बेहोश कर दिया। जब वह बेहोश हो गई तो पहचान छिपाने के लिए बांके से उसके गले और चेहरे पर वार कर दिया। ताकि कोई उसे पहचान न पाए। मां ने ही उसके कपड़े उतार लिए ताकि उसकी पहचान उजागर न हो। हालांकि पुलिस को अभी तक कुछ कपड़े नहीं मिल पाए हैं। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बेटी के कपड़ों को नदी में फेंक दिया था।
भाइयों के सामने किया बहन का कत्ल
आशिनी के अलावा उसके दो और छोटे भाई हैं। जिसमें एक की उम्र तीन और दूसरे की चार साल है। बाइक पर सवार होकर पूरा परिवार घर से निकला था। उन दोनों के सामने ही आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि आशिनी सर्वेश के साथ पहले लुधियाना चली गई थी। काफी समझाने के बाद वह वापस आई थी। उसके हाथ पर लिखे अक्षर ए का मतलब आशिनी और एस का मतलब सर्वेश है।

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