मैनपुरी से संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट प्रवीन कुमार के साथ
मैनपुरी जिले में मानवता का शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां ईंट भट्ठे पर घोड़ा गाड़ी से ईंट ढोने वाले को मरने के बाद भी सम्मान नहीं मिला। पुलिसकर्मियों ने शव को सील करके घोड़ा गाड़ी पर लादकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 14 किलोमीटर लंबे रास्ते में सैकड़ों लोगों ने पुलिस की संवेदनहीनता का नजारा देखा। जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों ने जांच की बात कही है।थाना करहल क्षेत्र के गांव मढ़ापुर निवासी अतर सिंह (45) पुत्र लालता प्रसाद थाना दन्नाहार क्षेत्र के गांव लालपुर में संचालित ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने के साथ ही घोड़ा गाड़ी (तांगे) से ईंटों की ढुलाई करता था। वो पिछले कुछ दिनों से दन्नाहार थाना क्षेत्र के गांव बरौली में अपने एक रिश्तेदार के यहां रुका हुआ था।रविवार को मजदूर ने ज्यादा शराब पी ली और रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। जहां बरौली गांव के सामने ही सोमवार की सुबह उसका शव पड़ा मिला। दन्नाहार थाने की बरौली चौकी पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची और शव को सील किया। पुलिसकर्मियों ने करीब छह किलोमीटर दूरी स्थित भट्ठे से घोड़ा गाड़ी बुलाकर लाश को पोस्टमार्टम हाउस के लिए लाद दिया। करीब 14 किलोमीटर दूर स्थित पोस्टमार्टम हाउस तक शव को इसी घोड़ा गाड़ी से लाया गया। मरने वाले व्यक्ति के शव को घटनास्थल से पोस्टमार्टम हाउस तक भेजने की जिम्मेदारी पुलिस की है। इस बीच शव के सम्मान का भी पुलिस को पूरा ख्याल रखना होता है। नियमानुसार पुलिस को शव सरकारी वाहन या फिर एंबुलेंस से भेजा जाना चाहिए था। विशेष परिस्थिति में शव टेंपो और ऑटो से भी भेजा जा सकता है।सीओ सिटी अभय नरायन राय ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम हाउस तक भेजने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। शव को घोड़ा गाड़ी पर क्यों भेजा गया, इसकी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही मौके की स्थिति के बारे में भी पता लगाया जाएगा।