सुनीत मिश्रा
बाराबंकी संदेश महल
बिजली व्यवस्था निजी लाइनमैनों के भरोसे ही चल रही है।शटडाउन लेते हैं और पूरा काम कर बिजली बहाल कराते हैं।इस दौरान यदि
बिजली लाइन ठीक करते समय हादसे में प्राइवेट लाइनमैन की मौत हो जाती है तो निगम के अफसर उससे पल्ला झाड़ लेते है।
थाना मोहम्मद पुर खाला के अंतर्गत दौलतपुर मजरे भूखनपुरवा निवासी 24 वर्षीय अनूप कुमार ग्राम बैशनपुरवा में उस वक्त हादसे का शिकार हो गया जब स्थाई लाइन मैन मनोज कुमार व बुधराम मौजूद थे। बताया जाता है कि ग्राम बैशनपुरवा में विद्युत आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए अनूप कुमार को बुलाया गया था। और शीशम के पेड़ पर डाल काटने के लिए चढ़ाया गया था।उसी दौरान विद्युत आपूर्ति की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया।जिसे आनन फानन में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में भर्ती कराया गया। डाक्टर रिजवान ने हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। विद्युत सब स्टेशन पर तैनात राजकुमार से सेट डाउन भी लिया गया था। फिर विद्युत आपूर्ति का संचालन कैसे हो गया।बिजली व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए दर्जनों लाइनमैन काम कर रहे हैं।यह भी कह सकते हैं कि इन्हीं के भरोसे जो कुछ भी दुरूस्त बिजली आपूर्ति मिलती है इन्हीं की ही देन हैं।जो मौत के साए में जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं।वही स्थाई लाइन मैनों की पूरी मौज मस्ती है।यह कहने के लाइन मैन है। बाकी काम प्राइवेट लोगों के भरोसे ही चल रहा है।ना जाने कितने लोग इसी विद्युत आपूर्ति की भेंट लोग चढ़ गए हैं।आज का हादसा कोई नया नहीं है। फिलहाल अनूप जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।