पर्यटन नगरी बूंदी की पर्वत श्रृंखला लगा रही चार चांद

जयपुर संदेश महल
बूंदी पर्यटन नगरी के नाम से मशहूर है बूंदी में कुंड बावड़ियों की भी काफी संख्या देखने को मिलती है,वही बूंदी की प्राचीन चित्र शैली पर्यटकों को बहुत लुभाती हैं जिन पर स्वर्ण जडीत, चटक रंगों और मोटे रंगों ,का प्रयोग किया गया हैं – पेश हैं एक रिपोर्ट vo-1 छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध बूंदी पर्यटन नगरी के नाम से मशहूर है । यहां मुख्य रूप से कुंड ,बावड़ी और प्राचीन चित्र शैली के साथ ही तारागढ़ फोर्ट की पर्यटन में मुख्य पहचान है । तारागढ़ फोर्ट पर्यटको के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं । यहां पर स्थित बादल महल के नजदीक विश्व विख्यात बूंदी की चित्र शैली , जिस पर स्वर्ण जडीत, चटक और मोटे रंगों ,का प्रयोग करते हुए चित्रकारी की गई है ।
बूंदी में कुंड बावड़ियों की अगर बात करें तो यहां करीब 50 से 60 की संख्या में कुंड और बावड़िया देखने को मिलती है । जिनमें रानी जी की बावड़ी, नारतूस की बावड़ी सहित,धाभाई कुंड और नागर सागर कुंड जो कि पर्यटकों को बहुत लुभाते हैं । इन कुंड और बावड़ियों को सीडीनुमा रूप से तैयार किया गया है। बावड़ी में कुंड में लगी शिलाओं पर उकेरे गए पत्थरों पर चित्र की अगर बात करे तो, पशु पक्षियों के चित्र, सहित देवी देवताओं के चित्र ,बहुत ही सुंदर और आकर्षक दिखाई देते हैं ।बूंदी शहर में 84 खभों की छतरी लोगों के लिए काफी आकर्षक का केंद्र है।इस छतरी को धरातल से ऊंचा उठाते हुए निर्माण किया गया है । वहीं दूसरी ओर अरावली पर्वत श्रृंखला बूंदी की सुंदरता में चार चांद लगा देती है । जिसको देखने यहां अनेक देशी विदेशी पर्यटक आते हैं । और काफी उत्साहित होते हैं।