विचाराधीन अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन

जेपी रावत
फतेहपुर बाराबंकी संदेश महल
अधिवक्ता एकता जिंदाबाद,हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है। आवाज दो हम एक हैं,इंकलाब ओ इंकलाब ज़िंदाबाद जिंदाबाद, हमारी मांगे पूरी हो चाहे जो मजबूरी हो, के साथ एक स्वर ध्वनि में नारेबाजी करते अधिवक्ताओं ने एस डी एम परिसर में एकत्रित होकर अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी फतेहपुर को सौंपा गया।


बताते चलें कि तहसील फतेहपुर बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रदीप कुमार निगम, महामंत्री संजय कुमार सिंह नंबरदार, उपाध्यक्ष राजीव नयन तिवारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अधिवक्ताओं एवं अधिवक्ताओं के परिजनों के साथ आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। सैकड़ों अधिवक्ताओं की हत्या हो चुकी है।
29 अगस्त 2023 को हापुड़ में अधिवक्ता के साथ पुलिस की बर्बरता की घटना जग जाहिर है।इसलिए अधिवक्ता समाज अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है, इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार विधानसभा में अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम का बिल पास करें।
19 सितंबर 2023 को अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने के मसौदे को तैयार करने के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया गया था, लेकिन अभी तक न हीं गठित टीम के सदस्यों और न ही सरकार का कोई वक्तव्य इस पर आया है। इसलिए सरकार को चाहिए अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम तत्काल लागू करें।अन्यथा की स्थित में उत्तर प्रदेश से लेकर भारत के सभी प्रदेशों में क्रमशः आंदोलन चलाने के लिए संगठन बाध्य होगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश व केंद्र सरकार की होगी। प्रदर्शन में अधिवक्ता राजीव नयन तिवारी, हरीश मौर्य पूर्व महामंत्री,भूपेन्द्र कुमार श्रीवास्तव,पूर्व उपाध्यक्ष, इंद्रेश कुमार शुक्ला पूर्व महामंत्री, रामसिंह चौहान पूर्व महामंत्री, भूपेन्द्र नेहरिनाम सिंह वर्मा पूर्व अध्यक्ष,राजेन्द्र वर्मा पूर्व अध्यक्ष,सुशील कुमार मिश्रा,धर्मेंद्र श्रीवास्तव,मनीष श्रीवास्तव, रमेश चंद्र रावत अमर सिंह वर्मा,अशोक यादव सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने जोरदार नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया।