किसी विभाग में कोई शिकायती पत्र डिफाल्टर की श्रेणी में न रहे- जिलाधिकारी

 

हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार
जनपद मैनपुरी में जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह आई.जी.आर.एस., अन्य किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों के समयबद्ध, गुणवत्तापरक निराकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उनके द्वारा पूर्व में निस्तारित की गई शिकायतों की गुणवत्ता मौके पर जाकर निरंतर परखी जा रही है। आई.जी.आर.एस. में जनपद की रैंक में सुधार हो इसके लिए निरंतर विभागीय अधिकारियों के साथ प्राप्त शिकायतों के निराकरण की समीक्षा भी की जा रही है। किसी विभाग में कोई शिकायती पत्र डिफाल्टर की श्रेणी में न रहे। किसी भी शिकायत के निस्तारण पर शासन स्तर से असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त न हो इसके लिए भी प्रभावी अनुश्रवण हो रहा है। इसी क्रम में आज उन्होंने विकास खंड करहल की ग्राम पंचायत भांती में आई.जी.आर.एस. सन्दर्भ संख्या-60000240174323, 60000240171478 रिंकू पुत्र महावीर नि. नगला गिरधर ग्राम पंचायत भांती पहुंच ग्राम प्रधान द्वारा कराये गये कार्यों की जाँच, निस्तारण आख्या का भौतिक, स्थलीय सत्यापन किया। श्री सिंह ने स्थलीय सत्यापन के दौरान पाया कि पूर्व जॉच में मनरेगा जॉब कार्डधारक महेश सिंह के नाम मस्टर रोल तैयार कर मजदूरी का भुगतान किया गया। की शिकायत सही पायी गयी। जिस पर उन्होने उपायुक्त श्रम रोजगार को आदेशित करते हुये कहा कि सुनवाई का अवसर प्रदान करते हुये नियम संगत कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने निरीक्षण के दौरान इंटर लॉकिंग, टाइल्स एवं अन्य निर्माण सामग्री, आपूर्ति, स्टॉक रजिस्टर में अंकित पार्टी, कय सामग्री का भुगतान भी किया जाना पाया गया, स्थल पर 03 वर्ष बाद सामग्री उपलब्ध नहीं पायी गयी, इस सम्बन्ध में मौके पर उपस्थित ग्राम प्रधान ने बताया कि कय की गयी सामग्री प्रयोग में न आने के कारण आपूर्तिकर्ता को वापस कर दी गयी है, लेकिन वापस की गयी सामग्री की धनराशि ग्राम निधि की सम्बन्धित मद में वापस जमा नहीं की गयी है, यह स्पष्ट रूप से अनियमितता है। जिस पर उन्होने ग्राम प्रधान के विरूद्ध उ.प्र. पंचायत राज (प्रधानों और सदस्यों का हटाया जाना) जॉच नियमावली-1997 के नियम 5 के अन्तर्गत प्रधान को वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियों के सम्पादन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने बरती गयी वित्तीय अनियमितताओं की जॉच हेतु 03 सदस्यीय जॉच समिति गठित कराने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया। जिलाधिकारी को मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि गाँव में कई स्थानों पर नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है। जिस कारण आवागमन में असुविधा हो रही है। कई रास्तों पर इंटरलॉकिंग मार्ग एवं नालियों का निर्माण नहीं कराया गया है। जिस पर उन्होने मौके पर उपस्थित खंड विकास अधिकारी करहल को निर्देशित करते हुये कहा कि वह स्वयं गांव का भ्रमण कर गांव की समस्याओं का निस्तारण करते हुये अपनी सुस्पष्ट आख्या 03 दिन में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह, तहसीलदार करहल आनंद सिंह, खंड विकास अधिकारी करहल नवनीत गौतम, अनिल सक्सैना, अनुज कुमार आदि उपस्थित रहे।