बाराबंकी संदेश महल
निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हुई एलयूसीसी कंपनी को लेकर गठित एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। वहीं, शनिवार को पुलिस ने मुकदमों में नामजद प्रमोटर को जेल भेज दिया है। अब तक सात लोग जेल जा चुके हैं मगर जिले में कंपनी का नेटवर्क चलाने वाला उत्तम राजपूत व उसकी पत्नी माया का सुराग पुलिस नहीं लगा सकी है। पुलिस ने लखनऊ में कई स्थानों पर दबिश दी।
पांच दिन पहले बदोसराय थाने में किरन नामक महिला ने एलयूसीसी कंपनी व उसके एजेंट पर रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस अचानक हरकत में आई। इस घोटाले में बदोसराय थाने में पांच, देवा में तीन, रामनगर व मोहम्मदपुर खाला थाने में एक-एक समेत कुल 10 केस दर्ज किए गए हैं।इन मामलों में 10 लोग नामजद हुए थे जिनमें से एक जैदपुर थाना क्षेत्र के अहमदपुर निवासी कंपनी के प्रमोटर संतोष कुमार को पुलिस ने शनिवार को जेल भेजा। वहीं, रामनगर के सीओ संदीप कुमार के पर्यवेक्षण में गठित एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। टीम कंपनी से जुड़े लोगों का पता लग रही है। लोगों की मोबाइल कॉल डिटेल निकाली जा रही है। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि फरार चल रहे उत्तम राजपूत की तलाश तेजी से चल रही है।कस्बा टिकैतनगर में रामनगर मार्ग पर बैंक ऑफ बड़ौदा के बगल में एलयूसीसी कंपनी का कार्यालय खुला था। कंपनी के फरार होने के बाद कई दिनों से बंद ऑफिस का शुक्रवार देर रात ताला खोलकर उसमें रखा सामान वाहनों पर लादा जाने लगा। भनक मिलने ही कई निवेशक मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने वाहनों से सामान उतरवाकर वापस कार्यालय में रखवा दिया। ताला लगवा कर चाबी थाने में जमा करवा दी। एसएचओ रत्नेश पांडे ने बताया कि मामले की जांच एसआईटी करेगी।