पीएन सिंह
बाराबंकी संदेश महल समाचार
पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों के भुगतान में प्रधानों की मनमानी कम नहीं हो रही है। सचिवों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर फर्जी भुगतान हो रहे हैं। दो ग्राम पंचायतों में हुई जांच में बड़ी गड़बड़ी मिलने पर प्रधानों के वित्तीय अधिकारी सीज करने की तैयारी शुरू हो गई है।एक प्रधान ने घरवालों के नाम पर फर्जी भुगतान किया तो दूसरे ने फर्जी तरह से एस्टीमेट बनाकर पैसा निकाल लिया। दोनों ग्राम प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है।
गौरतलब हो कि विकास खंड फतेहपुर की ग्राम पंचायत नंदरासी में प्रधान द्वारा फर्जी तरीके से कार्य दिखाकर परिवार के लोगों के नाम पर पैसा निकालने की शिकायत की गई थी।डीपीआरओ नीतेश भोंडेले ने उक्त मामले की जांच कराई तो शिकायत सही मिली। बताया जा रहा है कि करीब दो लाख रुपये का फर्जी भुगतान किया गया है। इस पंचायत में हुए अन्य कार्यों की जांच भी कराई जाएगी। इसके साथ ही विकास खंड बनीकोडर की ग्राम पंचायत इब्राहिमाबाद में नाली निर्माण,खड़ंजा निर्माण व हैंडपंप रिबोर का कार्य फर्जी एस्टीमेट बनाकर भुगतान किए जाने की शिकायत ग्रामीणों ने की थी। डीपीआरओ ने इसकी जांच एडीओ पंचायत से कराई तो बिना सक्षम अधिकारी के हस्ताक्षर किए फर्जी एस्टीमेट तैयार कर भुगतान होने की जानकारी सामने आई है। दोनों ही ग्राम पंचायतों में मिले फर्जीवाड़े पर यहां के ग्राम प्रधानों के वित्तीय अधिकार सीज किए जाने की तैयारी चल रही है। कार्रवाई की सूचना मिलते ही प्रधान व उनके समर्थकों में हड़कंप मच गया है। डीपीआरओ नीतेश भोंडेले ने कहा कि जांच पूरी हो चुकी है। जल्द ही अधिकार सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।