पीलीभीत संदेश महल समाचार
जिले में आज से 3 दिवसीय बांसुरी महोत्सव का शुभारंभ शाम को प्रदेश के राज्यमंत्री/प्रभारी मंत्री बलदेव सिंह औलख व अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया।अपने सम्बोधन में राज्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव के जरिए जनपद की सामाजिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, वन एवं वन्य जीव विरासत से आम जनमानस को परिचित कराया जा रहा है। बांसुरी महोत्सव का मुख्य उद्देश्य गंगा-गोमती के प्राकृतिक सौंदर्य, जनपद की पहचान, और प्राचीनतम संस्कृति बांसुरी वादन को प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने कहा कि हमारा जनपद प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण है, शारदा एवं घाघरा नदी से घिरा पीलीभीत टाईगर रिजर्व पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। जंगल के बीचो-बीच स्थित चूका स्पाट अपनी सुंदरता एवं सूर्यास्त के मनोरम दृश्य के कारण पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है! पौराणिक मान्यता के अनुसार गंगा-गोमती का उद्गम स्थल जिले की तहसील कलीनगर के उत्तर पश्चिम में फुलहर सील से होता है।इसकी निर्मल धारा जनमानस को धन-धान्य से परिपूर्ण करते हुए स्वच्छ अविरल धार के अनुरूप होने की भावना का संदेश देती है।
जनपद की प्राचीनतम संस्कृति एवं कला का प्रतीक बांसुरी के लिए भी प्रसिद्ध है।इस आयोजन में जनपद के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्कूली छात्रों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित सभी का मन मोह लिया। महोत्सव में डॉग शो भी कराया गया।गायन और नृत्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को राज्यमंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित किया गया।