बाराबंकी सीएमओ निलंबित स्वास्थ्य महकमे में मची खलबली

बाराबंकी संदेश महल
करीब दो माह पूर्व वायरल हुए वीडियो में बाराबंकी के स्वास्थ्य महकमे की शर्मनाक हकीकत सामने आई।प्रमाण पत्र जारी करने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप सही साबित हुआ।डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस पर सख्त एक्शन लेते हुए बाराबंकी के डिप्टी सीएमओ को तत्काल निलंबित कर दिया, वहीं सीएमओ के खिलाफ भी विभागीय जांच बैठा दी गई।
बताते चलें, दो महीने पहले एक वीडियो ने तहलका मचा दिया था, जिसमें दावा किया गया कि डायग्नोस्टिक सेंटर का प्रमाण पत्र जारी करने के बदले सीएमओ कार्यालय में तैनात डिप्टी सीएमओ डॉ. राजीव दीक्षित ने मोटी रकम रिश्वत के तौर पर ली।इस चौंकाने वाले वीडियो का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने तुरंत जांच करवाई और रिपोर्ट शासन को भेज दी। जैसे ही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस रिपोर्ट पर नज़र डाली, उन्होंने इसकी गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की।डिप्टी सीएमओ डॉ. राजीव दीक्षित को तत्काल निलंबित कर दिया गया।वहीं, कार्यालय में नियंत्रण न रख पाने और प्रशासनिक लापरवाही बरतने के कारण मुख्य चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए।इस बड़े कदम के बाद बाराबंकी के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। यहां तक कि चर्चा यह भी थी कि डॉ. राजीव दीक्षित वर्ष 2005 से बाराबंकी में ही जमे हुए थे, उनका स्थानांतरण हुआ लेकिन वह जिला छोड़ने को तैयार नहीं हुए।आखिर बीस साल तक एक ही जिले में जमे रहने की वजह क्या थी।इस पर भी अब सवाल उठ रहे हैं।

यह मामला दिखाता है कि स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार किस हद तक फैला हुआ है।सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद कार्रवाई तो हुई, लेकिन यह सवाल बना रहता है—क्या यह कार्रवाई स्थायी सुधार लाएगी या सिर्फ अस्थायी दिखावा है?

मुख्य बिंदु:

✅ डॉ. राजीव दीक्षित पर डायग्नोस्टिक सेंटर के पंजीकरण के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप!
✅ पहले भी आयुष चिकित्सकों की भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लग चुका है।
✅ सीएमओ डॉ. अवधेश यादव पर भी पर्यवेक्षण में लापरवाही के आरोप, विभागीय कार्रवाई के आदेश।
✅ स्थानांतरण के बावजूद डॉ. दीक्षित बाराबंकी में जमे रहे, क्या यह मिलीभगत नहीं है?

अब जब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त कदम उठाया है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह केवल एक छवि सुधारने की कोशिश है या वाकई में स्वास्थ्य विभाग में सफाई की शुरुआत?

आपकी राय?

1️⃣ यह सही कार्रवाई है, अब कड़ी सजा भी होनी चाहिए।
2️⃣ यह सिर्फ दिखावा है, कुछ समय बाद मामला ठंडा पड़ जाएगा।
3️⃣ अभी देखना होगा कि आगे क्या होता है।

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