सूरतगंज बाराबंकी संदेश महल समाचार
बाराबंकी की पुण्य भूमि एक बार फिर इतिहास और परंपरा के संगम की साक्षी बनी, जब कुर्सी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बसौली में खालसा पंथ स्थापना दिवस और जलियांवाला बाग के अमर शहीदों की स्मृति में एक विशेष श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन हुआ।
स्थानीय गुरुद्वारे में आयोजित इस कार्यक्रम में सिख समाज की गरिमा और एकता के अद्भुत दृश्य देखने को मिले। गुरबाणी के मधुर स्वर, श्रद्धा से झुके हुए शीश, और पगड़ी बांधकर स्वागत की परंपरा ने समूचे वातावरण को आध्यात्मिक आभा से भर दिया।मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे भाजपा विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा का सिख समाज ने पारंपरिक सम्मान के साथ स्वागत किया। उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया,और विधायक ने विनम्रता से गुरुद्वारे में मत्था टेकते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने श्रद्धा से लंगर ग्रहण किया, जिसमें समाज के सभी वर्गों ने भागीदारी निभाई।इस विशेष अवसर पर सरदार सरमैल सिंह गांधी, सरजीत सिंह कौर, गुड्डू सिंह, प्रेम सिंह, मुख्तार सिंह, हरिंदर सिंह, जितेंद्र सिंह, दलजीत सिंह, रणजीत सिंह और बारह सिंह सहित सिख समाज के अनेक सम्मानित जन उपस्थित रहे। सभी ने खालसा पंथ की गौरवशाली परंपरा को नमन करते हुए, जलियांवाला बाग के शहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की।यह आयोजन न केवल अतीत की स्मृतियों को पुनर्जीवित करता है बल्कि आने वाली पीढ़ियों को बलिदान,साहस और एकता का संदेश भी देता है। बसौली का यह आयोजन एक बार फिर यह सिद्ध करता है कि बाराबंकी की मिट्टी में न केवल संस्कृति की खुशबू है, बल्कि शौर्य और श्रद्धा की अमिट छाप भी है।