रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
शेरगढ़ के ग्राम पंचायत आदमपुर में सामुदायिक शौचालयों में ठेकेदार के द्वारा लगाई गई घटिया सामग्री का अधिकारियों ने किया निरीक्षण
मथुरा छाता विकासखंड के अंतर्गत कस्बा शेरगढ़ के निकटवर्ती ग्राम पंचायत आदमपुर में बने सामुदायिक शौचालय मैं घटिया सामग्री लगाने का ग्रामीणों ने ठेकेदार व ग्राम पंचायत सचिव पर लगाए गंभीर आरोप लगाया है जिसकी जांच हेतु उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई थी।
शिकायतकर्ता करण लाल तिवारी व कुमारपाल तिवारी ने बताया की हमारे द्वारा शौचालय के बारे में तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता कुमारपाल तिवारी ने बताया कि शौचालय का निर्माण पीला ईंटो से कराया गया है वहीं प्लास्टर भी सही ढंग से नहीं कराया है। जो टैंक बनाए थे, वह भी घटिया सामग्री से बनाए गए हैं। वहीं शौचालय की छत पर प्लास्टर नहीं किया गया है।
बल्कि लेंटर करके छोड़ दिया गया है और लाइट की कोई व्यवस्था नहीं की गई। पानी की फिटिंग करा दी गई है और छत पर पानी की टंकी रख दी गई है लेकिन पानी का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। अभी शौचालय को चालू भी नहीं किया गया है उससे पहले ही शौचालय में लगी टाइल टूटने लगी है और लकड़ी की किबाड टूटने लगी है। शौचालय में लाइट की तो कोई व्यवस्था ही नहीं है। क्योंकि शौचालय में कोई बिजली फिटिंग ही नहीं कराई गई। इसी संदर्भ में हमारी शिकायत की जांच करने के लिए एक जांच टीम आई है।
जिसमें सतीश कुमार शर्मा, सहायक विकास विकासखंड अधिकारी छाता, व संतोष कुमार जूनियर इंजीनियर, शामिल हैं उन्होंने हमारी शिकायत अनुसार सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच की और हमारी सभी शिकायतों को मौके पर सही पाया गया और वह सभी बिंदुओं की जांच कर जांच जिसमें ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी की खामियां पाई गई हैं। जांच टीम में शामिल अधिकारी अपनी जांच रिपोर्ट बाद में देने की कह गए है। इस सम्बंध में जांच करने आये अधिकारियों ने मीडिया से कुछ भी कहने से मना कर दिया। लेकिन अब देखना यह है की प्रदेश की योगी सरकार में कितनी हमारी सुनवाई होती है या फिर हमारी ग्राम पंचायत आदमपुर के सुलभ शौचालय एक सफेद हाथी की तरह खड़े रहते हैं। जबकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी की सरकार में सब ऐसे ही गोलमाल होता रहेगा। इस मौके पर शिकायतकर्ता कुमारपाल तिवारी, व करण लाल तिवारी, व अन्य ग्रामीण मटर तिवारी, सुरेश तिवारी उर्फ पापे, परशुराम तिवारी, कैलाश तिवारी, कन्हैयालाल तिवारी, दुर्गेश शर्मा, रघुवीर बघेल, आदि ग्रामीण मौजूद रहे।