ब्रज कला केंद्र द्वारा बसन्तोत्सव 2021 का हुआ सफल आयोजन

रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार

ब्रज कला केंद्र मथुरा के ब्रजधाम प्रेक्षगृह मे वसन्तोत्सव 2021 “आयो है। ऋतुराज वसंत” का सफल आयोजन हुआ जिसकी संयोजिका डॉ सीमा मोरवाल में बताया कि कार्यक़म का शुभारंभ जूना अखाड़े के संत महामंडलेशवर नवल गिरी महाराज ने माता सरस्वती के चित्र पट के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व फूल माला अर्पित कर किया

ब्रजधाम प्रेक्षगृह में कलाकार

महाराज श्री का सम्मान करते हुए कार्यकारी अध्य्क्ष मनोहर लाल गोयल ,मंत्री राजेन्द्र बंसल , नाथ अग्रवाल , दीपक गोयल , उमेश गोयल,श्री वीरेंद्र गोयलजी,नरेंद्र खंडेलवाल ,गजेंद्र शर्मा ने दुशाला,माला, अंग वस्त्र,स्मृति चिह्न भेंट किए। पद्म श्री मोहन स्वरूप भाटिया जी ने डॉ सीमा मोरवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ब्रज कला केंद्र के माध्यम से अनवरत इसी प्रकार के आयोजन कर संस्कृति संरक्षण मे अपना योगदान देती रहे। कार्यक्रम मे नंन्ही कलाकार प्रशंसा राजपूत ने जैसे ही ओडिसी नृत्य के माध्यम से अपनी प्रस्तुति देना आरम्भ किया प्रेक्षगृह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया। द्वितीय प्रस्तुति अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पखावज वादक प गौरव उपाध्याय व सौरभ उपाध्याय ने नन्हे शिष्य केशव मालिक से साथ पखवाज की जुगलबंदी की प्रस्तुति देना आरम्भ किया तो इस अनुभव होने लगा कि साक्षात कामदेव नृत्य करने ब्रजधाम प्रेक्षगृह मे अवतरित हो गए हो ।करतल ध्वनि से विलक्षण कलाकारों का स्वागत दर्शकों द्वारा किया गया। ब्रज के रसिया राजकुमार जगदीश ब्रजवासी ने सुंदर रसियाओं की प्रस्तुति आरंभ की तो जन समूह नृत्य करने पर विवश हो गया । कार्यक्रम के अंत मे संस्थान के ब्रज संगीत विद्यापीठ की छात्राओं ने मोहक प्रस्तुतियां देकर वसन्तोत्सव को परिपूर्ण किया।संस्थान की ओर से सभी कलाकारों व बालकौ को उपहार व स्मृति चिन्ह भेंट किये। अंत मे महाराज श्री ने सभी को आशीर्वचन उद्वोधन दिया व कहा ब्रज संस्कृति अक्षुण है। अनादि काल से विद्यमान है। सनातनी देवलयी परंपरा मे संगीत का विशेष स्थान है। ऐसे में ब्रज कला केंद्र इस संस्कृति की संरक्षित करने मे जो प्रयास कर रहा है। वह सराहनीय है। अंत मे ब्रजधाम समिति के सचिव दीपक गोयल जी ने सभी आगन्तुक अतिथियों का आभार प्रकट किया।

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