जेपी रावत
झांसी संदेश महल समाचार
रिश्तों के विरोध के आगे तीन साल की मुहब्बत शादी की मंजिल तक नहीं पहुंच पा रही थी। कोशिशें सारी बेकार जा रहीं थीं। लड़की के परिजन रिश्ते के विरोध में थे। लड़के को लड़की से दूर रहने के लिए धमकाया जा रहा था। दोनों ने गुपचुप तरीके से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी, लेकिन दहशत में वे अपने रिश्ते को समाज के सामने उजागर नहीं कर पा रहे थे। जब कोई रास्ता समझ नहीं आया तो प्रेमी युगल ने पुलिस की शरण ली। कोतवाली में पुलिस की मौजूदगी में दोनों ने एक – दूसरे को वर माला पहनाई। लड़की के परिजनों ने विरोध जताया, परंतु उनकी एक नहीं चल पाई।
महानगर क्षेत्र में रहने वाली नंदनी और सुरेंद्र की तीन साल पहले जान- पहचान हुई थी। धीरे- धीरे उनकी दोस्ती मुहब्बत में बदल गई। दोनों का इरादा परिजनों की सहमति से समाज के सामने शादी करने का था, लेकिन लड़की के परिजन इसके लिए राजी नहीं थे और वे लगातार रिश्ते का विरोध करते आ रहे थे। यहां तक कि लड़के को लड़की के रास्ते से हट जाने के लिए धमकाया भी जा रहा था। जबकि, वे दोनों साथ जीने और मरने की कसम खा चुके थे। दोनों किसी भी हालात में एक- दूसरे का साथ छोड़ने को तैयार नहीं थे।
इसी बीच दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली, लेकिन वे अपने रिश्ते को उजागर नहीं कर पा रहे थे। सभी रास्ते बंद नजर आ रहे थे। आखिर में उन्होंने पुलिस की शरण ली और कोतवाली पहुंच गए। दोनों ने अपनी परिस्थितियों से पुलिस को अवगत कराया और बालिग होने की जानकारी दी। सूचना पाकर लड़के के परिजन व लड़की की मां भी कोतवाली पहुंच गई और पुलिस के सामने ही लड़की को धमकाने लगीं।
लेकिन, पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चल पाई। कोतवाली में दोनों ने एक- दूसरे के गले में वरमाला पहनाई और निकल पड़े अपने रिश्ते को पति – पत्नी का नाम देकर समाज के बीच। मोहब्बत को ठोस मुकाम हासिल होने से प्रेमी युगल दाम्पत्य जीवन की पहली सीढ़ी पर क़दम रखने से काफी खुश नजर दिख रहे थे।