नींद से उठकर बेटा पूछता है पापा मम्मी कब आएंगी…

 

रिपोर्ट
जेपी रावत
झांसी संदेश महल समाचार

विवाह के 17 वर्ष बाद बड़ी मन्नतों बेटा हुआ तो खुशी का ठिकाना न रहा। लेकिन सपनों को अधूरा छोड़ नीलम इस दुनिया से विदा हो गईं। बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना अधूरा रह गया। डीआरएम कार्यालय में तैनात उनके पति कहते हैं कि नीलम के जाने से मेरा घर ही उजड़ गया। बेटा रात में दो बजे उठकर पूछता है मम्मी कब आएंगी।
पंचायत चुनाव में भगतपुर टांडा ब्लॉक में ड्यूटी करने वाली उच्च प्राथमिक विद्यालय मजरा दुपेड़ा की शिक्षिका नीलम सक्सेना (50) की कोरोना संक्रमित होने से मृत्यु हो गई थी। उनके पति अनुराग रेलवे के डीआरएम कार्यालय में हैं। रामपुर निवासी अनुराग ने रुंधती आवाज में बताया कि पंचायत चुनावों ने तो उनकी दुनिया ही उजाड़ दी है। 26 मई को मतदान कराने के बाद नीलम आईं तो बुखार था।पहले रेलवे अस्पताल फिर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। कोरोना संक्रमित बताया गया था। इलाज के दौरान ही 2 मई को नीलम ने दम तोड़ दिया। शव भी घर नहीं लाया जा सका और बाहर ही अंतिम संस्कार हुआ। बेटे को भी नहीं बताया। बेटे से यही कहा कि मम्मी अस्पताल में हैं लेकिन अब कई बार रात के दो-दो बजे उठकर बेटा सवाल करने लगता है कि पापा, मम्मी कब आएंगी तो उन पर कोई जवाब नहीं बनता।

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