बेमौसम बारिश ने निकाला किसानों का दम खेतों में बिछी धान की फसल, सब्जियां भी बर्बाद

 

रिपोर्ट
रामनाथ वर्मा
पहला सीतापुर संदेश महल

रुक-रुक कर लगातार बारिश से किसानों की तैयार खड़ी धान की फसल जमीन पर पूरी तरह लोटपोट हो गई। जिससे क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा फसल पूरी तरह नष्ट हो गई किसानों ने शासन प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

खेतों में जलमग्न धान की फसल

विकास खण्ड पहला जनपद सीतापुर में तीन दिनों से लगातार रिमझिम वारिश होने से किसानों के चेहरे मुरझाने लगे हैं। कहीं पर धान की फसल पानी में डूबकर नष्ट हो रही है तो कहीं गन्ने की फसल गिरकर बरबाद हो रही है। धान की जो अगेती फसल तैयार भी हो गयी है उसे किसान औने पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं।क्योंकि उन्हें वाजिब कीमत भी नहीं मिल पा रही है? बेमौसम बरसात होने के कारण तिलहन व आलू की बुआई भी पिछड़ रही है।

गौरतलब हो कि यूपी के कई जिलों में बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है।बारिश और तेज हवा के बाद बिछ गई है।प्रशासन से इसको लेकर मुआवजे की मांग की गई है।
बेमौसमी बारिश चौतरफा तबाही लेकर आई है। बारिश से जहां कई लोगों की मौत की खबरें हैं तो वही,कई जिलों में किसानों की फसल बर्बाद हो गई है।बारिश के कारण हुए बड़े नुकसान के बाद किसानों के चेहरे फीके पड़ गए हैं। सरकार से मुआवजे की मांग की जा रही है।
बीते दो दिन से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त है।बारिश के बाद मौसम तो ठंडा हुआ,लेकिन फसल की बर्बादी ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी है। खेत में खड़ी धान की फसल तेज हवा के चलते गिर गई है। पानी में फसल गिर जाने से इसके सड़ने का खतरा बना हुआ है।गन्ने की फसल भी तेज हवा के कारण बर्बाद हो रही है।वही, निचले इलाकों में बारिश होने के चलते सब्जियों की फसल भी बर्बाद हो रही है।

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