ऐतिहासिक सफलता का वर्ष बालिकाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन

जयप्रकाश रावत
प्रयागराज/लखनऊ संदेश महल

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) द्वारा वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों की घोषणा ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई प्रेरणादायक मिसाल कायम की है। इस वर्ष हाईस्कूल में 90.11 प्रतिशत और इंटरमीडिएट में 81.15 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। आंकड़ों से साफ है कि यूपी के छात्र-छात्राओं ने परिश्रम, अनुशासन और लगन से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है।प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय से परिषद के सभापति एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव और सचिव श्री भगवती सिंह ने संयुक्त रूप से परीक्षा परिणामों की घोषणा की। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा

“यह उपलब्धि केवल आंकड़ों की नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की तपस्या, शिक्षकों की निष्ठा और अभिभावकों के सतत सहयोग का प्रतिफल है। योगी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जो व्यापक सुधार किए हैं, यह सफलता उसी का परिणाम है।”

हाईस्कूल परीक्षा: परिणाम और उपलब्धियाँ

इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में 25,45,815 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, जिनमें 13,27,024 बालक एवं 12,18,791 बालिकाएं थीं। कुल 22,94,122 विद्यार्थी सफल घोषित हुए, जिससे हाईस्कूल का उत्तीर्ण प्रतिशत 90.11% रहा।

संस्थागत परीक्षार्थी: 25,36,104 में से 22,87,431 सफल — उत्तीर्ण प्रतिशत: 90.19%

व्यक्तिगत परीक्षार्थी: 9,711 में से 6,691 सफल — उत्तीर्ण प्रतिशत: 68.90%

बालिकाओं का दबदबा: शिक्षा में नारी शक्ति की पहचान

हाईस्कूल परीक्षा में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 93.87% रहा, जबकि बालकों का 86.66%। इस प्रकार बालिकाएं 7.21% की बढ़त के साथ शीर्ष पर रहीं। यह न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रमाण है, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में एक सकारात्मक संकेत भी है।

इंटरमीडिएट परीक्षा: सफलता का अगला सोपान

इंटरमीडिएट परीक्षा में 25,98,560 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, जिनमें 13,87,263 बालक एवं 12,11,297 बालिकाएं थीं। इनमें से कुल 21,08,774 विद्यार्थी सफल रहे — कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 81.15%।

संस्थागत परीक्षार्थी: 25,12,576 में से 20,38,884 सफल — उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.15%

व्यक्तिगत परीक्षार्थी: 85,984 में से 69,890 सफल — उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.28%

दिलचस्प बात यह रही कि इंटरमीडिएट में व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत संस्थागत परीक्षार्थियों से 0.13% अधिक रहा, जो परीक्षा में पारदर्शिता और आत्म-निर्भर अध्ययन की उपयोगिता को दर्शाता है।

इंटरमीडिएट में भी बालिकाओं की जीत

इंटरमीडिएट स्तर पर बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.37% और बालकों का 76.60% रहा। इस प्रकार बालिकाओं ने यहां भी 9.77% की बढ़त के साथ अपना वर्चस्व बनाए रखा। शिक्षा में लड़कियों की यह निरंतर सफलता उनके आत्मविश्वास, सामाजिक समर्थन और अवसरों के विस्तार का परिणाम है।

परीक्षा आयोजन और मूल्यांकन: पारदर्शिता का उदाहरण

परीक्षा आयोजन प्रदेश के 8,140 केंद्रों पर हुआ और 13 कार्यदिवसों में इसे संपन्न किया गया। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से 2 अप्रैल 2025 के बीच 261 मूल्यांकन केंद्रों पर निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ हुआ। शासन द्वारा सतत निगरानी एवं कड़ी प्रशासनिक व्यवस्था ने परीक्षा की विश्वसनीयता को और मजबूत किया।

उत्तर प्रदेश ने 2025 के बोर्ड परीक्षा परिणामों के माध्यम से यह सन्देश स्पष्ट कर दिया है कि राज्य शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग में प्रवेश कर चुका है — जहाँ गुणवत्ता, समानता और अवसरों का संतुलन है। विशेषकर बालिकाओं की निरंतर श्रेष्ठता यह दर्शाती है कि यदि अवसर मिले, तो बेटियाँ हर क्षेत्र में परचम लहरा सकती हैं।
यह वर्ष न केवल छात्रों के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गौरवपूर्ण और प्रेरणादायक है। अब यह आवश्यक है कि इस ऊर्जा और सफलता को आगे बढ़ाया जाए — ताकि उत्तर प्रदेश ज्ञान, प्रगति और समावेशी विकास की राह पर निरंतर अग्रसर रहे।

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