अवैध कक्षाओं में अध्यनरत छात्रों की छुट्टी अभिभावक परेशान

रामकुमार मौर्य
बाराबंकी संदेश महल
बिना मान्यता के चल रहे फर्जी विद्यालय में जांच को लेकर विद्यालय संचालकों में हड़कंप मचा। बच्चों की एक हफ्ते की छुट्टी कर दी। इस समय क्षेत्र में बिना मान्यता प्राप्त चल रहे विद्यालय की सघन जाॅच चल रही है ।जिसको लेकर ऐसे विद्यालयों के संचालक जिन कक्षाओं की मान्यता नहीं है। उन कक्षा में पढ़ रहे बच्चों की छुट्टी कर दी ।जिससे क्षेत्र का अभिभावक परेशान है। अभिभावकों का कहना है कि जब उनकी मान्यता नहीं थी तो इन लोगों ने हमारे बच्चों का प्रवेश अपने विद्यालय में झूठ बोलकर क्यों लिया ऐसे अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बहुत से ऐसे विद्यालय चल रहे थे, जिनकी किसी कक्षा की भी मान्यता नहीं थी ।वे लोग शाखा खोलकर विद्यालय चला रहे थे। इसके अलावा बहुत से ऐसे स्कूल हैं ,जिनकी कक्षा 5 तक अस्थाई मान्यता है और कक्षा 12 तक विद्यालय चला रहे हैं ।ऐसे विद्यालयों के बच्चों का प्रवेश क्षेत्र में मान्यता प्राप्त विद्यालयों में करा दिया गया है। विभागीय जांच के डर से बहुत से विद्यालय बंद हो गए हैं ।तथा बहुत से लोग किसी तरह विद्यालय चला रहे हैं। विकासखंड सूरतगंज में ऐसे अनेक विद्यालय थे ।जिनकी जांच हुई और फर्जी पाए गए ।इसी प्रकार लोधेश्वर महादेवा में भी दर्जनों फर्जी विद्यालय चल रहे थे। इस समय जांच के डर से धीरे-धीरे उनकी रोजी-रोटी बंद होती नजर आ रही है ।क्योंकि यहां पर एक विद्यालय को छोड़कर बाकी किसी भी विद्यालय में कक्षा पांच के ऊपर स्थाई मान्यता नहीं है ।लेकिन खुले आम कई वर्षों से अभिभावकों से झूठ बोलकर बच्चों का दाखिला लेकर फर्जी तरीके से विद्यालय चला रहे थे। परीक्षा के समय इन बच्चों को बाहर भेजा जाता था ।क्योंकि यहां पर हाई स्कूल और इंटर की किसी की भी मान्यता नहीं है। लेकिन विद्यालय चल रहे हैं ।जब जांच शुरू हुई हो तो ऐसे विद्यालयों की पोल खुल गई ।नहीं तो इन विद्यालयों में इतने बच्चे थे कि बच्चों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी ।सुबह प्रार्थना के समय रोड तक इनके अध्यापक बच्चों की लाइन लगते थे ।जिससे लोगों का आवागमन बाधित होता था ।मानक की धज्जियां उड़ाते हुए यहां पर कमरों के बजाय घरों और दुकानों में ऐसे विद्यालय चल रहे हैं ।इन विद्यालयों में कार्यरतशिक्षक बहुत कम पढ़े लिखे हैं ।ऐसी स्थिति में हाई स्कूल और इंटर के बच्चों को येलोग क्या शिक्षा दे रहे हैं ।क्षेत्रीय लोगो का कहना है कि ऐसे विद्यालयों को सरकार को बंद कर देना चाहिए तथा इसमें कार्यरत सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ।क्योंकि बच्चों के साथ शिक्षा के नाम खिलवाड़ किया गया ।आज हमारे बच्चे कहां जाएं क्योंकि शिक्षा सत्र प्रारंभ हुई लगभग 6 महीने बीत रहे हैं। इन लोगों ने पढ़ाई के नाम पर हम लोगों से अच्छा पैसा लिया लेकिन बच्चों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है।

error: Content is protected !!