रिपोर्ट
रमेश कुमार तिवारी
प्रयागराज संदेश महल समाचार
जूना अखाड़े में दीक्षा ग्रहण करने वाले एक महिला संन्यासिनी समेत दो संतों को हरिद्वार कुंभ में महामंडलेश्वर की पदवी दी जाएगी। बृहस्पतिवार को दोनों संतों को संन्यास की दीक्षा दी गई।
इस दौरान कई महामंडलेश्वरों और संतों, महंतों ने संन्यास दीक्षा समारोह में हिस्सा लिया।सांसारिक मायामोह का परित्याग कर संन्यास धारण करने वालों में समाजसेविका अंबिकानंद गिरि के अलावा वीरेंद्रानंद गिरि शामिल हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ निवाली वीरेंद्रानंद हिमालय में साधना करते रहे हैं। जबकि साध्वी अंबिकानंद जूनागढ़ से जुड़ी रही हैं। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि स्वामी वीरेंद्रानंद सीबीएसई बोर्ड के 10 से अधिक स्कूलों का संचालन करते रहे हैं।इतना ही नहीं वह उत्तराखंड में भाजपा के टिकट पर विधान सभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वीरेंद्रानंद पालवंश राज परिवार से संबंध रखते हैं। महंत हरि गिरि ने बताया कि अबिंकानंद और स्वामी वीरेंद्रानंद दोनों को हरिद्वार कुंभ में महामंडलेश्वर की पदवी दी जा सकती है। इस पर सहमति बन गई है। यहां संन्यास दीक्षा समारोह में कई महामंडलेश्वरों और संतों ने हिस्सा लिया।किन्नर अखाड़ा बनाएगा दो नए महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़े की ओर से नए विस्तार की घोषणा की गई।अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने माघ मेला के शिविर में दो नए महामंडलेश्वरों की नियुक्ति की घोषणा की। प्रयागराज से महेश्वरी नंद गिरि (छोटी गुरु) और गोरखपुर से किरन नंद गिरि को हरिद्वार कुंभ में महामंडलेश्वर बनाया जाएगा। इसके अलावा प्रयागराज की पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरि टीना मां को उत्तर प्रदेश प्रभारी बनाया है।