घातक बीमारियों से बचना है तो जैविक खेती अपनानी होगी- कृषि विशेषज्ञ वीर सिंह वर्मा

जेपी रावत
बाराबंकी संदेश महल समाचार

आज हमारे देश में बीमारियां बढ़ती जा रही है इन सब के पीछे का मुख्य कारण है रासायनिक खादों का अधाधुंध प्रयोग कीटनाशक का प्रयोग और खरपतवार नाशक का प्रयोग होने से मधुमेह, शुगर हार्ट अटैक कैंसर एलर्जी जैसे खतरनाक बीमारियां युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है, छोटे छोटे बच्चे आज हाई पॉवर का चश्मा लगाते है ये सब रासायनिक खादों और कीटनाशकों के प्रयोग से हो रहा है, कम उम्र में ही लोगो हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारियां होने लगी है, यदि इन सब से बचना है तो हम सबको रासायनिक खादों और कीटनाशकों के प्रयोग से बचना होगा फिर से हमे पारंपरिक खेती की ओर जाना होगा, परंपरागत खेती, प्राकृतिक खेती अपनानी होगी।जिससे हमें शुद्ध वा पौष्टिक भोजन मिले मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी मजबूत रहे और हम सभी बीमारियों से बच सके

जैविक खेती के फायदे

किसानों के पास organic खेती से जुड़ी ज्यादा जानकारी उपलब्ध न होने के कारण उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसानों की इस परेशानी को दूर करने के लिए आज हम जैविक खेती के फायदे और नुकसान आपके समक्ष रखेंगे तो आइए पढ़ते हैं विस्तार से।
Organic Farming यानी जैविक खेती का महत्व भारत के किसानों से ज्यादा और कोई नहीं समझ सकता है। भारत में पिछले करीब चार हजार वर्षों से चली आ रही ऑर्गेनिक खेती को तब झटका लगा जब बढ़ती जनसंख्या और मौसम में बदलाव के चलते लोगों तक खाद्य वस्तुओं की तेजी से आपूर्ति करने के लिए खेती में रासायनिक उर्वरक, केमिकल्स, कीटनाशक और कई जहरीली वस्तुओं का इस्तेमाल होना शुरू कर दिया गया।
इन वस्तुओं के इस्तेमाल से न सिर्फ इंसानों की सेहत पर असर पड़ा बल्कि इससे वातावरण को भी काफी नुकसान पहुंचा। इन्हीं सब कारणों की वजह से लोगों का ध्यान एक बार फिर से जैविक खेती की ओर आकृष्ट होना शुरू हुआ है।
यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार किसानों को कैमिकल और पेस्टिसाइड का कम इस्तेमाल करने के लिए सलाह दी है। लेकिन किसानों के पास organic खेती से जुड़ी ज्यादा जानकारी उपलब्ध न होने के कारण उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। किसानों की इस परेशानी को दूर करने के लिए आज हम जैविक खेती के फायदे और नुकसान आपके समक्ष रखेंगे तो आइए पढ़ते हैं विस्तार से।

Organic Farming (जैविक खेती) के फायदे

जैविक खेती करने पर भूमि, जल और वायु प्रदूषण बहुत कम होता है। इसमें किसी भी प्रकार के रासायनिक पदार्थों, कीटनाशकों और केमिकल फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल नहीं होता है। जैविक खेती करने पर पौष्टिक और जहर मुक्त भोजन का उत्पादन होता है।
जैविक खेती से उपजने वाले खाद्य पदार्थों का स्वाद भी नियमित रूप से उपजे खाद्य वस्तुओं से बेहतर होता है।खाद्य वस्तुओं में कई प्रकार के विटामिन भी पाए जाते हैं। इससे उपजने वाले वस्तु पशु चारा के रूप में भी अच्छे होते हैं।जैविक खेती करने पर मिट्टी के पोषण को भी बढ़ावा मिलता है और इससे मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार होता है।यह किसानों के लिए काफी लाभदायक होता है क्योकि इसमें पानी का इस्तेमाल बहुत कम होता है और साथ ही महंगे रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का कोई उपयोग नहीं किया जाता है।
यह पर्यावरण के अनुकूल होता है साथ ही Reduce, Reuse और Recycle को भी बढ़ावा देता है। जैविक खेती ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे किसानों और मजदूरों की आर्थिक हालातों में भी सुधार होता है।

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