रिपोर्ट
कार्यालय
मथुरा संदेश महल समाचार
पूरी बात सुने बिना तुरंत अपना फैसला सुना देते हैं और फरियादी का मनोबल गिरा कर उस को शांत कराने की कोशिश करते हैं
मामला है छाता कस्बे के के सींग थोक मोहल्ले का जहां पर 1 बुजुर्ग महिला के साथ दो युवकों ने मारपीट की और यह धमकी देकर चले गए कि अगर पुलिस से शिकायत की तो दोबारा पिटाई की जाएगी फिर भी वह महिला अपनी फरियाद लेकर छाता थाने पहुंची वहां पर छाता थाने में तैनात महावीर मुंशी ने सबसे पहले महिला के पति और बच्चों के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि उनका पति नशा करके रहता है और उसके बच्चे की मानसिक हालत ठीक नहीं है तो वह तहरीर लेकर खुद आई है तो इस पर महावीर मुंशी बोले कि बिना पति या बच्चे के तेरी तहरीर नहीं ली जाएगी लेकिन महिला के विनती और निवेदन करने के बाद जैसे तैसे करके महावीर मुंशी ने तहरीर को ले लिया और आश्वासन दिया कि पुलिस कार्यवाही करेगी एक दिन बीत जाने के बाद ना तो वहां पुलिस पहुंची ना किसी प्रकार की कार्यवाही हुई अब देखना यह होगा कि ऐसे पुलिसकर्मी जो झूठा आश्वासन देकर किसी बुजुर्ग महिला को परेशान करते हैं और डरा धमका कर उनका हौसला कम कर देते हैं क्या यह सही है? अगर कोई सामाजिक व्यक्ति मदद करने के लिए आगे आता है तो यह मुंशी उनसे यह कह देते हैं कि तुम कौन होते हो मदद करने वाले आखिर ऐसे असाय पीड़ित लोग जाएं तो जाएं कहां क्या यही योगीराज का सुशासन है।