तरबगंज क्षेत्र नशीले पदार्थों की सप्लाई का बना अड्डा पुलिस प्रशासन मौन

 

रिपोर्ट
मोहित तिवारी
गोंडा संदेश महल समाचार

तरबगंज थानाक्षेत्र अबैध कारोबारियों का महफूज अडडा बना हुआ है जहाँ कोई कुछ भी पूछने वाला नही है और धड़ल्ले से खुलेआम बेची जाती है अफीम, चरस,गाँजा,भाँग व चिप्पड़ इन अबैध कारोबारियो पर स्थानीय पुलिस का संरक्षण रहता है जिससे इनको किसी से डर नही लगता और नवयुवकों की जिन्दगी बरबाद करने में कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहते।
बताते चले की तरबगंज थानाक्षेत्र में अबैध कारोबार करने वालो के लिए एक सुरक्षित स्थान माना जाता है यहाँ कोई किसी को कुछ नही कहता और स्थानीय पुलिस भी अबैध कारोबारियों पर मेहरबान रहती है कारण मोटी कमाई है इसलिए जिम्मेदार मौन धारण किए रहते है।और अबैध कारोबार दिन दूना रात चौगुना बढ़ता रहता है।यही नही साहब हर गाँव गली चौराहे पर आपको अफीम,चरस,चिप्पड़, गाँजा आदि की दुकाने मिल जायेगी।इन दुकानो की पहचान बदली मिलेगी सड़क की तरफ मेडिकल स्टोर दवा का कार्य होता है और अन्दर अबैध कारोबार संचालित होता है।जिससे किसी को शक नाहो जिसे कोड भाषा में दवा ही कहा जाता है।इन अबैध कारोबारियों की ज्यादातर दुकाने तरबगंज थाने से मात्र 3से4किमी के अन्दर ही संचालित होरही है इनकी दुकाने थानामोड़,से लेकर सेझिया, झामपुरवा,बाबापुरवा,महगीपुरवा,धौरहराघाट, रानीपुर,गौहानी, अकबरपुर, रामपुर टेंगरहा होते हुए तरबगंज बाजार,कटहा,नरायनपुर,, सुसेला,पकड़ी,मनहना,आदि स्थानो पर धड़ल्ले से चल रही है वो भी खुलेआम जिस पर जिम्मेदार मौन धारण किये हुए है और नवयुवकों की जिन्दगी बरबाद होरही है।मोटी कमाई के चक्कर में स्थानीय पुलिस भी इन अबैध कारोबारियों का साथ देती है।यही नही साहब नाम ना छापने की शर्त पर एक जिम्मेदार ने बताया की पूरे थानाक्षेत्र में लगभग सैकड़ो दुकान संचालित है जिससे थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों की कमाई लाखो में होती है।यही नही सबसे ज्यादा कमाई हल्का न.4में होती है और चारन. हल्के में तैनात पुलिस कर्मी मालामाल रहते है।लेकिन कोई जिम्मेदार ध्यान नही देता है।वही एक अबैध कारोबारी ने फोन पर बात करते हुए दुकान खोलने के नाम पर बताया की अगर आपभी दुकान खोलना चाहते है तो खोल दीजिए महीने का पाँच से आठ हजार तक पुलिस को देना पड़ेगा बाकी हमारी जिम्मेदारी है।सारा माल हम लाकर देगे क्योकि ये इलाका हमारा है मेडिकल स्टोर से लेकर चायपानी किरानास्टोर सबको माल देते है।क्या क्या देते पूछने पर बताया की अफीम,चरस,चिप्पड़, गाँजा,भाँग और कहो तो अबैध कच्ची शराब भी मंगवा दूँगा ये हमारी जिम्मेदारी पुलिस अपनी है निश्चिंत होकर दुकान खोलो।ये है हकीकत तरबगंज थानाक्षेत्र की जहाँ दूसरे की जिन्दगी से खुलेआम खेलकर कमाया जारहा पैसा।

error: Content is protected !!