दीपू सिंह
मैनपुरी संदेश महल समाचार
एक तरफ प्रदेश में पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं तो वही उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़ा कर नौकरी कर रहे काफी शिक्षकों को जांच उपरांत अब तक कई शिक्षकों को निकाल कर सेवा मुक्त कर दिया है और उनकी रिकवरी के आदेश भी दिए हैं लेकिन जनपद मैनपुरी में अब तक फर्जीवाड़ा कर फर्जी दस्तावेज के आधार पर नाम बदलकर कई शिक्षक धड़ल्ले से नौकरी कर रहे हैं जिसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन अधिकारियों से सांठगांठ कर उनकी नौकरी आज भी जारी है अगर मैनपुरी में निष्पक्षता रूप से जांच की जाए तो कई शिक्षकों पर गाज टूटेगी
ऐसा ही एक मामला जनपद मैनपुरी के विकासखंड करहल में देखने को मिला है जहां कक्षा 10 फेल एक व्यक्ति हिरदेश कुमार पुत्र प्रभु दयाल निवासी टिकुरी थाना बेवर जनपद मैनपुरी अपना नाम पता बदल कर हरेंद्र पुत्र प्रभु दयाल निवासी मैनपुरी शहर नाम पर कई वर्षों से शिक्षक बना बैठा है जिसकी शिकायत सगे संबंधियों द्वारा किए जाने पर अभी तक फर्जी शिक्षक पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई तो जिलाधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए है
आखिर क्या है पूरा मामला
जनपद मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र के ग्राम टिकुरी निवासी प्रभु दयाल के पुत्र हिरदेश कुमार जिस की जन्मतिथि 10 अगस्त 1975 है कक्षा 1 से 5 तक अंबेडकर विद्यालय भोगांव में शिक्षा अध्ययन किया इसके बाद कक्षा 6 से 8 तक सर्वोदय विद्यालय मोटा मैं शिक्षा अध्ययन की आगे क्लास में होने के कारण इस नहीं कस्बा बेवर स्थित भारतीय इंटर कॉलेज मैं कक्षा 9 और 10 की पढ़ाई की जहां वह कक्षा 10 में दो बार फेल हुआ इसके बाद हिरदेश दिल्ली में किसी प्राइवेट फैक्ट्री मैं नौकरी करने चला गया
कुछ साल बाद हृदेश कुमार ने शिक्षा के हरेंद्र कुमार पुत्र प्रभु दयाल जन्मतिथि 15 सितंबर 19 79 निवासी शहर मैनपुरी दर्शा कर के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनवाकर शिक्षा की सारी डिग्रियां प्राप्त कर 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के दौरान नौकरी प्राप्त कर ली इससे पूर्व वह 2017 में विकासखंड मैनपुरी के प्राथमिक विद्यालय मनोना मैं उर्दू शिक्षक भर्ती के दौरान शिक्षक बना था कोई भी दस्तावेज ना होने के कारण उसको निकाल दिया गया था
उक्त फर्जी शिक्षक पंजाब की एक नवोदय विद्यालय में भी शिक्षक पद पर नौकरी करने गया था जहां से वह बाद आया और मैनपुरी में जॉब प्राप्त कर ली थी
की शिकायत शिक्षक की पोल खोलते हुए उसके सगे चाचा राजेंद्र सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से उस समय की जब फर्जी शिक्षक के नाम पर नौकरी करने वाला उक्त चाचा की जमीन पर कब्जा करना चाह रहा था
शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित राजेंद्र सिंह और उसके पुत्र अमित में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शिक्षक पद पर तैनात हृदेश की शिकायत जिलाधिकारी से की है जिला अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं
वही इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता ने मीडिया को बताया कि संबंध में दो खंड शिक्षा अधिकारियों को निष्पक्षता से जांच करने के आदेश दिए हैं जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
वही इस संबंध में पर्यटक एवं संस्कृत मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि अगर कोई भी शिक्षक फर्जी दस्तावेज के आधार पर तैनात है तो उसकी निष्पक्षता से जांच कराई जाएगी यदि इसकी कई बार जांच हो चुकी है और मामला ज्यों की त्यों है तो जांच करने वाले अधिकारी एवं उस फर्जी शिक्षक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।