रिपोर्ट/- रामकुमार मौर्य बाराबंकी संदेश महल समाचार

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा के डॉक्टर विवेक गुप्ता की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। शिकायतों की एक लम्बी फेहरिस्त में डा विवेक गुप्ता का जनता व मरीजों सहित उनके तीमारदारों के पति इनका अभद्र रवैया शौक बन गया है।बात करते एक ऐसे मामले कि जहां डा विवेक गुप्ता एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र व चैनल के पत्रकार द्वारा सवाल पूछे जाने पर भड़क गए और चंद मिनटों में अपना आपा खोते हुए आग बबूला होकर अभद्रता पर उतर आए। इतना ही नहीं पूर्व में भी इनकी अभद्रता के मामले पुलिस चौकी पर जाकर सुलह समझौते के बाद ही समाप्त हुए हैं।
मामला कुछ इस तरह हुआ कि लगभग तीन दिन पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा परिसर में एक गौवंश सांड की मौत हो गई। और वह वहीं पड़ा रहा जिससे उठने वाली दुर्गंध से लोगों का बैठना दुश्वार हो रहा था। जानकारी मिलने पर एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के पत्रकार उमेश तिवारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा में तैनात डा विवेक गुप्ता से चंद सवाल करते हुए सिर्फ इतनी जानकारी चाही कि सभी अस्पताल में आने जाने वाले लोग मृत सांड से उठने वाली दुर्गंध से परेशान हैं। सवाल पूरा भी नहीं हुआ कि डॉ विवेक गुप्ता भड़क गए और एक,न दो न तीन उत्तर प्रदेश में चलने वाले सभी चैनलों को टारगेट करते हुए कहा फंगस है।
सभी पत्रकार वसूली करते हैं।साथ ही अभद्रता पर भी उतर आए। इतना ही नहीं एक लय में न जाने क्या क्या आरोप भी लगा डाला। और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा की जाइए। जहां पर आपको शिकायत करना हो कर दीजिए मैं किसी से नहीं डरता हूं। मौके की नजाकत को देखते हुए पत्रकार उमेश तिवारी ने समझाने की कोशिश की किंतु अभद्रता के आदी डा विवेक गुप्ता के सिर उपर से पत्रकार की सभी बातें निकलती गई।मामले को लेकर पत्रकार ने जिसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाराबंकी वह प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज से करके मामले से अवगत कराया है।
डा विवेक गुप्ता द्वारा मरीजों से की गई अभद्रता पर एक नजर
प्राचीन पौराणिक तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा निवासी अनिल उर्फ बाउवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवा लेने के लिए कोरोना के पीरियड में गए थे। डॉ विवेक गुप्ता द्वारा अभद्रता की गई।पीड़ित ने जिसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की।1076 पर डा विवेक गुप्ता के अभद्र व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस चौकी पर दोनों लोगों के बीच आपसी सुलह समझौता हुआ। इस तरह के और कयी मामलों में अस्पताल परिसर में ही आपसी सुलह समझौता के बीच मामलों का निपटारा किया जा चुका है।गौरतलब हो कि श्रावण मास के मेले को लेकर जिला प्रशासन सजग है और इस संबंध में डीएम और एसपी ने अपने मातहतों के अधीनस्थ अधिकारियों को लेकर तहसील सभागार में एक आवश्यक बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर आयोजित हुई। जिसमे जिला अधिकारी ने आदेश पारित किया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा में डॉक्टर उपस्थित रहे।सभी दवाएं भी उपलब्ध होनी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है। की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा के डॉक्टर विवेक गुप्ता के इस मिजाज से अगला कौन सा व्यक्ति टारगेट होता है।यह भविष्य के गर्भ में है।हो कुछ भी किंतु पत्रकार व आम आवाम के प्रति डा विवेक गुप्ता के इस रवैए को लेकर कलम के सजग प्रहरियों के सोचने व समझने का ज़रुरत है।