रिपोर्ट
आदर्श निगम
उन्नाव संदेश महल समाचार
जिले में प्रदूषण फैलाने वाले 34 कारखानों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने सील कर दिया है। इन कारखानों में किसी का लाइसेंस खत्म मिला तो किसी में लकड़ी के बजाय चमड़े की कतरन जलाई जाती मिली। खाद और पोल्ट्री फूड का लाइसेंस लेकर ग्लू व चर्बी तैयार करने का काम भी होता मिला।
गौरतलब हो कि एक माह पूर्व 22 कारखानों को सील किया गया था। जैविक खाद व पोल्ट्री फूड कारखानों से हो रहे वायु प्रदूषण पर डीएम रवींद्र कुमार के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जांच शुरू की थी। जांच में बड़े पैमाने पर कमियों को पाया गया था। बंथर औद्योगिक क्षेत्र की सभी 16 और दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र के 18 कारखानों को सील कर दिया गया है। इससे पहले 25 नवंबर को भी डकारी गांव के आसपास संचालित 22 कारखानों को सील किया गया था। इन सभी में जैविक खाद और पोल्ट्री फूड सप्लीमेंट बनाने का लाइसेंस लेकर ग्लू व चर्बी तैयार करने का काम किया जा रहा था।बॉयलर में लकड़ी के बजाय चमड़े की कतरन जलाकर प्रदूषण फैलाया जाता मिला। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विमल कुमार ने बताया कि सभी कारखानों की जांच में कमियां आने पर यह कार्रवाई की गई है।