ब्राह्मण सभा अध्यक्ष की हठधर्मिता की निंदा – मार्गदर्शक

रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार

कोसीकलां(मथुरा)। श्री ब्राह्मण सभा अध्यक्ष के अवांछनीय एवं हठधर्मिता पूर्ण व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों एवं उपस्थित विप्रजनों ने उनके दो साल के कार्यकाल पूर्ण होने पर हिसाब न देने तथा अध्यक्ष पद की गरिमा को ठेस पहुचाने का आरोप लगाते हुए उन्हें समाज के सामने हिसाब रखने का निर्देश देते हुए आदेश दिया है। कि वह अपना हिसाब लेकर 31 जनवरी को आम सभा में प्रस्तुत करें अन्यथा की स्थिति में उनके ख़िलाफ़ सामाजिक व कानूनी कार्यवाही करने को भी बाध्य होना पड़ेगा।
रामनगर स्थित भगवान् श्री परशुराम मंदिर में श्री ब्राह्मण सभा की एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गयी जिसमे मार्गदर्शक मंडल के सदस्य जगदीश सपानिया ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि 5 दिसम्बर 2018 को थाना रोड स्थित ब्राहमण धर्मशाला पर श्री ब्राहमण सभा के अध्यक्ष एंव मंत्री पद के लिये चुनाव कराया गया था जिसमें सर्वसम्मति से सुभाष चन्द शर्मा को अध्यक्ष एवं बिहारी शरण शर्मा को मंत्री चुना गया। क्योंकि यह चुनाव दो साल के लिये होता है। और 2 साल के बाद पुन: चुनाव कराने की प्रकिया है। इसलिये दोनों पदाधिकारियों को भी इस बात से अवगत कराया गया था। दो साल के पूर्ण होने के पर मंत्री बिहारी शरण शर्मा ने मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों को अपना हिसाब तो दे दिया लेकिन अध्यक्ष सुभाष चन्द शर्मा द्वारा अभी तक कोई हिसाब नहीं दिया गया जो कि सरासर गलत है।वक्ताओं ने कहा कि सुभाष चंद शर्मा 31 जनवरी को होने वाले चुनाव से पूर्व अपना हिसाब उपलब्ध कराएं अन्यथा की स्थिति में उनके खिलाफ ब्राहमण समाज सामाजिक व कानूनी कार्यवाही भी अमल में लायेगा। मार्गदर्शक मंडल के आर. एन. भारद्वाज गुरुजी ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ब्राहमण धर्मशाला में अध्यक्ष सुभाष चंद शर्मा द्वारा जो बैठक में बाते की गयी उसमें न तो कोई मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों को बुलाया गया और नाही मार्गदर्शक मंडल द्वारा बुलायी गयी बैठक में अध्यक्ष सुभाष चंद शर्मा ने आना उचित समझा इससे ब्राह्मण समाज को काफी ठेस पहुंची है। वहीं प्रेस कांफ्रेंस में मार्गदर्शक मंडल ने यह भी कहा कि ब्राहमण समाज किसी की प्राईवेट सम्पत्ति नहीं है अगर सुभाष चन्द शर्मा पुनः अध्यक्ष बनना चाहते हैं तो वह 31 जनवरी को होने वाले चुनाव में आएं । समाज के लोगो की सहमति होती है तो उनको दोबारा से अध्यक्ष पद के लिये चुना भी जा सकता है। लेकिन नियम के विरूद्व होने वाले कार्य को ब्राहमण समाज कतई बर्दाश्त नही करेगा। इसके लिये चाहे सामाजिक व कानूनी लडाई ही क्यो न लड़नी पडे। इस मौके पर मार्गदर्शक मंडल के अन्य सदस्य यज्ञ दत्त शर्मा, गिर्राज प्रसाद शर्मा तथा सभा के पूर्व मंत्री डॉ. एल. पी.शर्मा ने भी अपने विचार रखे। प्रेस कांफ्रेंस में निवर्तमान मंत्री बी. एस. शर्मा “उपन”, सत्य नारायण शर्मा निर्देशक रामलीला संस्थान, गोपाल प्रसाद शर्मा, हरिश्याम शर्मा, सुभाष शर्मा बर्फ फैक्ट्री, अन्नू वैघ, दैवेश त्यागी, लोकेश त्यागी, नन्दकिशोर भारद्वाज, गिरवर शर्मा, राहुल शर्मा, चेतन वैध व हितहरी शास्त्री आदि मौजूद रहे।

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