भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े नगर पंचायत के मोक्ष धाम टीम के साथ एस डी एम ने की जाँच

रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार

गाजियाबाद में हुए श्मशान घाट में हादसे के बाद मथुरा जिले में भी शमशान गांव में बने शैड की जांच की जा रही है। और भ्रष्ट पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।

मोक्ष धाम के भीतर का परिसर

आज छाता एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने भी श्मशान घाटों में बने शैडो और दीवारों की बारीकी से जांच की और एसडीएम छाता ने बताया कि आज छाता में बने श्मशान घाटों में शैडों की जांच की गई है। जिनमें काफी अनियमितता देखने को मिली दोषी पाए जाने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी मिली जानकारी के अनुसार एक श्मशान घाट बनाने की लागत लगभग 2700000 रुपए बताई जा रही है।

लोकार्पण शिला लेख

जिनमें से छाता में एक ही जगह पर 3 श्मशान घाटों का निर्माण कार्य कराया गया है। इस कार्य को कराने में वैभव इंटरप्राइजेज जिनके ठेकेदार सौरव शर्मा और ठेकेदार संतोष कुमार द्वारा अभी भी मौके पर कार्य को पूरा नहीं कराया गया है।

मोक्ष धाम भीतर का परिसर

जबकि जेई कोसी अवर अभियंता द्वारा फाइनल बिल पास कराने के लिए नगर पंचायत भेजा गया है। जब हमारी टीम द्वारा मौके पर जाकर देखा गया तो ब्राह्मण और जादौन ठाकुरों का श्मशान घाट का मुख्य द्वार अलग-अलग बने हुए थे और इनके अलग-अलग बिल भी बने हुए है। लेकिन ब्राह्मण समाज के श्मशान घाटों पर अभी तक शैड भी नहीं बनाई गई है। ना ही उसमें अन्य कोई व्यवस्था की गई है।

मोक्ष धाम द्वार

अगर ब्राह्मण समाज से कोई भी व्यक्ति या पुरुष श्मशान घाट में अंत्येष्टि के लिए जाता है। तो उनका दाह संस्कार अभी जादौन ठाकुरों के श्मशान घाट की शैड के नीचे ही किया जाता है। अब सवाल यह उठता है। कि जब कागजों में इनका कार्य पूरा कर दिया गया है। तो फिर ब्राह्मण समाज के श्मशान घाटों की शैड आखिर गई तो कहा गई । जब इस विषय में वहां पर मौजूद स्थानीय ग्रामीण से बात की तब उन्होंने बताया कि यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। की आजकल भ्रष्टाचारी श्मशान घाटों को भी नहीं छोड़ रहे आखिर इनको भी अंत में यही आना है। लेकिन फिर भी ऐसे कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है।

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