मुख्यमंत्री योगी दौरा के बाद जसराजपुर राजघाट का हो सकता है कायाकल्प

रिपोर्ट
हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार

जनपद मैनपुरी थाना क्षेत्र भोगांव बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा से सटे जसराजपुर राजघाट का आने वाले दिनों में कायाकल्प हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरा के बाद संकिसा और जसराजपुर में पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने के लिए शासन ने होमवर्क तेज कर दिया है। जसराजपुर में बौद्ध बिहारों व मंदिरों के विकास के लिए पर्यटन विभाग के सचिव ने यहां पहुंचकर संभावनाओं पर चर्चा की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पड़ोसी जिला फर्रुखाबाद के संकिसा में आयोजित आरोग्य मेला का उद्घाटन किया था। उनके जाने के बाद मंगलवार को पर्यटन विभाग के सलाहकार श्रीनिवास मूर्ति ने जसराजपुर पहुंचकर कंबोडियन मंदिर, म्यांमार के अनंता मित्ता बौद्ध बिहार, वाईबीएस सेंटर स्थित अशोक गज स्तंभ, शाक्यमुनि बुद्ध बिहार का दौरा किया।

उन्होंने वाईबीएस अध्यक्ष सुरेश बौद्ध, महासचिव डा. उपनंद थैरो व शाक्य मुनि बौद्ध बिहार के संचालक डा. धम्मपाल थैरो से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सलाहकार ने यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या उनकी सुरक्षा, ठहराव और परिवहन व्यवस्थाओं की जानकारी जुटाई। पूरा विवरण जुटाकर वह शासन को रिपोर्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से आने वाले दिनों में गांव जसराजपुर के विकास के लिए नई कार्ययोजना बनाई जा सकती है। इस संबंध में स्थानीय लोगों से भी विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर फीडबैक कराया गया है।

संकिसा से सटे जिले के गांव जसराजपुर राजघाट में कई देश के बौद्ध बिहार, मंदिर व दुनिया का सबसे ऊंचा अशोक गज स्तंभ बना हुआ है। यहां पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने और इन स्थानों पर आने वाले स्थानीय और विदेशी मेहमानों को स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने का मामला इससे जुड़े लोगों के द्वारा पहले भी उठाया जा चुका है बौद्ध नगरी संकिसा में देश विदेश तक के लोग आते हैं और यहां का क्या रहस्य है यह अभी तक किसी को नहीं पता आखिर बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा में किसकी प्रतिमा है।

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