बाराबंकी के वन रेज फतेहपुर क्षेत्र अंतर्गत भगहर झील के गोवा बसंतपुर में वन विभाग की मिली भगत से वन माफियाओं द्वारा खुलेआम चलाया गया हरे पेड़ों पर आरा फिर भी जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सूचना पर पहुंचे वन कर्मचारियों ने कटान स्थल से लकड़ी लदीं ट्रैक्टर ट्राली एक स्थानीय गन्ना कांटे के पीछे खड़ी करवा दी गई। सबसे अहम पहलू यह है कि अधिकारी कार्यवाही करने में आखिर असमर्थ क्यों है। यह एक बड़ा सवाल है। एक तरफ योगी सरकार हरियाली को बढ़ावा देने पर लाखो रूपये खर्च कर रही है वहीं वनविभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी अवैध कटान पर कार्यवाही करने कतराते नजर आ रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी इस तरह के मामलों को संज्ञान में क्यों नहीं लेते यह एक सोचने वाली बात है।गौरतलब हो कि वन रेंज फतेहपुर क्षेत्रांतर्गत भगहर झील के आसपास इससे पहले अन्य कई कटानों के मामले तमाम समाचार पत्रों की सुर्खियों में रहें हैं। फिर भी वन विभाग क्यों चुप्पी साधे बैठा है,यह सवाल भविष्य के गर्भ में है।अब देखना है कि क्या वन विभाग इस मामले पर संतोष जनक कार्यवाही करता है या फिर यह भी ढाक के तीन पात जैसा सावित होगा।