बाराबंकी संदेश महल समाचार
शुक्लाई स्थित श्री साईं इंटर कॉलेज आईसीएससी कैंपस में विशाल प्रतिभा अलंकरण समारोह का आयोजन दो सत्रों में किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि,राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र संयोजक सामाजिक समरसता पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं वरिष्ठ सदस्य पूर्वी उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी नरेंद्र कुमार,तथा प्रथम सत्र के विशिष्ट अतिथि सदस्य विधान परिषद अंगद सिंह एवं द्वितीय सत्र के विशिष्ट अतिथि इं. अवनीश कुमार सिंह थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं साईं बाबा की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। विद्यालय के वार्षिक परीक्षा परिणामों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले 258 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिसमें उनके अभिभावकों को भी पुरस्कार एवं अंगवस्त्र देकर सम्मान दिया गया।
मुख्य अतिथि नरेंद्र कुमार ने कहा—
आज का यह समारोह उन विद्यार्थियों के लिए है,जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफलता के नए आयाम छुए हैं।यह सिर्फ एक शुरुआत है,आगे भी ऐसे ही मेहनत करें और सफलता के शिखर पर चढ़ते रहें।
विशिष्ट अतिथि इं. अवनीश कुमार सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा—
प्रतिभा का सम्मान करना हमारे समाज की जिम्मेदारी है। हर अभिभावक को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अब्दुल कलाम और शिवाजी जैसे महापुरुषों के आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित करें। संस्कार और अनुशासन ही सफलता की कुंजी हैं।
विद्यालय के चेयरमैन डी. के. वर्मा ने अपने संबोधन में कहा—
छात्रों में असीम संभावनाएँ हैं।यह सिर्फ उनके भविष्य को ही नहीं बल्कि हमारे विद्यालय के गौरव को भी बढ़ाता है।यह पुरस्कार समारोह केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि उनके अच्छे व्यवहार, अनुशासन और सीखने की ललक को सम्मान देने का एक माध्यम है।
उन्होंने आगे कहा
हमारे संस्थान ने हमेशा विद्यार्थियों को एक सकारात्मक और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान किया है, जिससे वे न केवल शिक्षा में बल्कि खेल और अन्य गतिविधियों में भी निखर सकें! सभी को समान अवसर दिए गए हैं ताकि वे अपनी असली क्षमता को पहचान सकें और बाहरी दुनिया के लिए खुद को तैयार कर सकें।
छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की बात उद्धृत की—जिन छात्रों को आज सम्मान मिला है, उन्हें मेरी तरफ से हार्दिक बधाई।और जो सी-ग्रेड छात्र आज पुरस्कार नहीं जीत सके… निराश न हों। क्योंकि एक दिन तुम भी संयुक्त राष्ट्र के राष्ट्रपति बन सकते हो।
समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,भाजपा, विद्यालय प्रशासन और हजारों छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों की उपस्थिति ने माहौल को यादगार बना दिया।
यह सिर्फ एक पुरस्कार समारोह नहीं था… यह जश्न था प्रतिभा का, मेहनत का,और सफलता का।