घिरोर से संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट सुशील कुमार के साथ।
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी की तीन कारें, एक दर्जन से अधिक फर्जी नंबर प्लेट, खाली नंबर प्लेट, चेसिस नंबर बदलने वाले उपकरण, चाबियां बरामद की हैं। दोनों ने कई घटनाओं की जानकारी पुलिस को दी है।
गुरुवार रात एसओ घिरोर पहलवान सिंह ने जसराना मार्ग पर मौजूद वाहन चोरों की घेराबंदी की तो वे पुलिस टीम पर फायरिग करते हुए भागने लगे। पुलिस ने दो वाहन चोरों को दबोच लिया। दोनों से तमंचे और कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने मौके पर खड़ी एक होंडा सिटी और दो ईको कार की तलाशी ली तो उनकेअंदर एक दर्जन से अधिक फर्जी नंबर प्लेट और अन्य सामान बरामद हुआ।
पूछताछ में पकड़े गए युवकों ने अपने नाम इमरान निवासी नई बस्ती घिरोर और सोहेल निवासी मुहल्ला मनिहार कस्बा करहल बताए। दोनों ने स्वीकार किया कि बरामद कारें उन्होंने मैनपुरी,शिकोहाबाद और फीरोजाबाद से चोरी की हैं। इन कारों की नंबर प्लेट बदल दी गई है। तीनों कारो को बेचने की योजना थी। जसराना निवासी एक व्यक्ति कारो को खरीदने आ रहा था।तब तक पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।चेसिस आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे चोरी की गाड़ियों को बेचने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। जिस मॉडल की गाड़ी को बेचना होता है उसी मॉडल के वाहन की आरसी इंटरनेट से निकाल लेते हैं और कार का चेसिस नंबर मिटाकर आरसी के आधार पर नया नंबर डाल देते हैं, जिससे चोरी का वाहन पकड़े जाने की संभावना समाप्त हो जाती है।
ऐसे बदलते हैं चेसिस नंबर
दोनों ने बताया कि कार का चेसिस नंबर मिटाने के बाद नए नंबर का कंप्यूटर प्रिट निकालकर उसका निगेटिव तैयार करते हैं। अपने पास मौजूद फर्मे को लगाकर चेसिस में नंबर वाली जगह पर टेप से चिपकाने के बाद ऊपर से तेजाब डाल देते हैं तो पांच मिनट में नंबर खुद जाता है। चेकिग के दौरान आरसी का नंबर और चेसिस के नंबर का मिलान भी आसानी से हो जाता है। वे चोरी के वाहन कबाड़ियों को बेचते हैं।