अव्यवस्थाओं के बीच चल रहा लोधेश्वर महादेवा श्रावणी महोत्सव

रामकुमार मौर्य
बाराबंकी संदेश महल
लोधेश्वर महादेवा में चल रहे श्रावणी मेले की सुरक्षा व्यवस्था का पोल उस समय खुल गया, जब यहां पर निर्मित पवित्र अभरण तालाब में प्रथम सोमवार को रंगीन मछलियां मरकर ऊपर तैरती नजर आई ।मेले की व्यवस्था को लेकर सभी अधिकारी कई दिनों से लगे हुए थे। जिलाधिकारी से लेकर उप जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रभारी, मेला इंचार्ज सभी लोग लोधेश्वर महादेवा की सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए थे। लेकिन जिस समय अभरण तालाब की मछलियां मरकर ऊपर तैरती हुई लोगों को दिखाई दी तो हड़कंप मच गया। शिव भक्तों के लिए स्नान करने के लिए तालाब में की गई बेरीकटिंग जगह-जगह पर टूट कर तालाब में गिर गई और लोगों ने अंदर आकर स्नान किया। तालाब में पानी कम होने के कारण उसमे कीचड़ हो गया। जिसके चलते मछलियां मर गई। मेला सचिव ने जब ऐसी घटना देखी तो पंपिंग सेट लगाकर थोड़ी देर के लिए जल भरने का काम शुरू कराया । उसके बाद सोमवार के दिन पंपिंग सेंट बंद कर दिया गया ।सुरक्षा व्यवस्था पर स्थानीय थाने से लेकर बाहर से भी फोर्स आई थी। लेकिन मेले में कोई सुधार नहीं हुआ और निर्देश की धज्जियां उड़ती नजर आई ।ऑडिटोरियम के पास ,इतना पुलिस बल लगा दिया गया कि वाहन पार्किंग में स्वयं यह लोग लोगों को रोक कर वाहन खड़े करने के लिए दिशा निर्देश दे रहे थे। जबकि हर वर्ष की भांति इस बार भी इसका ठेका हुआहै। लेकिन ठेकेदार का काम पुलिस बल कर रहा था ।इसके अलावा जो लोग सोमवार के दिन अपने बच्चों को स्कूल में छोड़ने आए थे, उन्हें भी वापस नहीं जाने दिया जा रहा था ।जबकि उन्होंने अपना पहचान पत्र भी दिखाया। इसी का फायदा उठाकर ई रिक्शा वाले रामनगर से लोधेश्वर महादेवा के लिए ₹20 किराया ले रहे थे। जबकि इसके पहले प्रतिदिन ₹10 किराया पढ़ता था। लेकिन इस रोड पर चलने वाले सभी सवारी ढोने वाले वाहन मनमाने ढंग से वसूली कर रहे थे। सोमवार को दोपहर तक तो कुछ स्थानों पर पुलिसकर्मी ड्यूटी करते नजर आए। लेकिन उसके बाद पूरे मेला क्षेत्र में कोई भी पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात नहीं मिला ।केवल शिवजी के गर्भगृह में ही कुछ पुलिसकर्मी ड्यूटी करते नजर आए। सावन का महीना चल रहा है। शिव भक्तों का लगातार यहां पर आना-जाना जारी रहता है। सोमवार के दिन यहां पर काफी भीड़ हो जाती है। बहुत से शिव भक्तगण लेट कर परिक्रमा लगाते हुए भगवान शिव जी के दरबार में पहुंचकर पूजा अर्चन करते हैं। इसके अलावा मेला प्रांगण में कई स्थानों पर भंडारा व भजन कीर्तन का कार्यक्रम होता रहता है ।जहां पर लोगों की भीड़ बढ़ रहती है। सुरक्षा की दृष्टि से इन स्थानों पर सुरक्षाकर्मी होना अति आवश्यक है। मंदिर के अंदर हर मेला के समय चोरियां होती रहती हैं। इस बार भी सोमवार को दो महिलाओं की गले की चेन निकाल ली गई । लेकिन कोई चोर अभी तक पकड़ा नहीं गया। अभरण तालाब के दक्षिण पहाड़ी बाबा कुटी पर शिव पुराण कथा चल रही है ।जहां पर लोगों का आना जाना जारी रहता है। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर यहां पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है।