सीतापुर संदेश महल
एक बुजुर्ग का शव नहर पटरी पर पड़ा मिला। लखनऊ में व्यापार करने की बात कहकर घर से निकला था। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं।
मिली जानकारी अनुसार बड़ागांव चौकी इलाके के लुकटहा गांव निवासी राधेश्याम पासी (62) बीते कई वर्षों से गुड़ बेल व चीनी मिल से निकली राख से कोयला झावा निकाल कर लखनऊ में बेचता था। जिसका शव गांव के किनारे नहर पटरी पर पड़ा मिला। ग्रामीणों व परिजनों ने बुजुर्ग की शिनाख्त की। मौके पर कोतवाली पुलिस, एडिशनल एसपी, क्षेत्राधिकारी व फोरेंसिक टीम ने जांच की है। इंस्पेक्टर विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि नहर पटरी के किनारे बुजुर्ग का शव पड़ा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
अक्सर व्यापार के सिलसिले में बाहर रहता था
परिजनों के मुताबिक राधेश्याम व्यापार के सिलसिले में अक्सर कई दिनों तक घर से बाहर ही रहता था। पत्नी गांव में रहती हैं। उसका एक पुत्र प्रदीप परिवार संग सीतापुर में रहता है। मंगलवार देर शाम घर में फोन कर बताया कि वह महोली से घर आ रहे हैं। मंगलवार देर रात घर न पहुंचने पर परिजनों ने फोन से संपर्क करना चाहा लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिजनों ने सोचा कहीं रुक गए होंगे।
राधेश्याम के पुत्र प्रदीप ने बताया कि उसके पिता ट्रक में झांबा लोड कर लखनऊ ले गए थे। बिक्री करने बाद मंगलवार शाम करीब चार बजे सीतापुर आकर मिले। बताया कि उसे पांच सौ रुपये देकर कहा कि कल अमावस्या है, तुम नैमिष चले जाना। मैं घर जा रहा हूं। बुधवार सुबह शव मिलने की सूचना मिली। आशंका जताई कि किसी उनके पिता की हत्या कर शव को नहर पटरी पर फेंका गया है। हालांकि परिजनाें ने किसी से रंजिश की बात से इन्कार किया।
पुलिस के मुताबिक राधेश्याम के शव के करीब ही नहर पटरी पर एक शराब की खाली बोतल, चार ग्लास व नमकीन के कुछ खाली पैकेट पड़े मिले हैं। पास में ही बुजुर्ग का बैग भी रखा था, जिसमें कपड़े थे। गांव में चर्चा है कि मंगलवार देर रात गांव के पास पहुंचने पर राधेश्याम ने साथियों के साथ शराब पी है। अधिक नशा हो जाने पर घर नहीं पहुंच सका। शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं हैं।