रौब गालिब करते स्टीकर लगे वाहन चालक होनी चाहिए चेकिंग

जेपी रावत/ रामकुमार मौर्य
बाराबंकी संदेश महल समाचार
फर्जी तरीके से वाहनों में ट्रेड मार्ग बनवाकर सड़कों पर फर्राटे के साथ चल रहे हैं। जबकि इन वाहनों का विभाग से कुछ भी लेना देना नहीं है। पुलिस पर रौब जमाने के लिए और अपनी कमी को छुपाने के लिए वाहनों पर अनेक विभागों के नाम लिखकर खुलेआम वाहन चलाए जा रहे हैं।क्षेत्र में चार पहिया व दो पहिया वाहनों में पत्रकार, पुलिस, न्यायालय, राजनीतिक पार्टियों तथा अनेक समितियां के नाम लिखकर ज्यादातर वाहन सवारियां ढो रहे हैं। मैजिक, बोलोरो, वैन में ज्यादातर पत्रकार, पुलिस लिखकर लोग घूमते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा दो पहिए वाहन में पत्रकार पुलिस लिख कर कम उम्र के बच्चे खुले आम सड़कों पर वाहनों को दौड़ा रहे हैं। जबकि इन लोगों को ऐसे विभागों से कुछ भी लेना देना नहीं है और न ही उस विभाग में यह लोग काम करते हैं। फिर भी पुलिस की नाक के सामने वाहनों को दौड़ते हुए देखे जा सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति उनके घर का विभागों में नौकरी करता है तो उनके घर के लोग ऐसे वाहनों का प्रयोग करते हैं। जिससे उन्हें कहीं भी वाहन चेकिंग के समय उन्हें कागज ना दिखाना पड़े। पुलिस से बचने के लिए ऐसा फर्जी काम ज्यादातर लोग इस समय कर रहे हैं। जिसे देखो वह अपने वाहन में किसी पार्टी ,संगठन तथा उच्च न्यायालय लिख कर चार पहिया में घूम रहा है। ऐसे वाहनों की सघन चेकिंग होना चाहिए। गलत मिलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि इस समय कम उम्र के बच्चे ई रिक्शा और मोटरसाइकिल खूब चला रहे हैं। इनके साथ हेलमेट और लाइसेंस कभी नहीं होता है। पकड़े जाने पर यह लोग अपनी बचत के लिए अनेक हथकंडे अपनाते हैं।