खून के धब्बे बयां कर रहे हैवानियत की दास्तां

जेपी रावत
कानपुर संदेश महल समाचार

सोनी अगर मेरी नहीं हुई, तो किसी और की भी नहीं होने देगा।पति ने पत्नी की चापड़ से काटकर हत्या कर दी। और बचाव में आई बेटी पर भी तेजाब और चापड़ से हमला किया।

गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर के फजलगंज के दर्शनपुरवा में पत्नी सोनी की हत्या और बेटी वैष्णवी पर तेजाब डालने का आरोपी अर्जुन सोनी लंबे समय से शक की आग में जल रहा था। इसी वजह से उसने पत्नी की हत्या करने की साजिश रची थी। इसके लिए उसने कई दिन पहले तेजाब लाकर घर में छिपा दिया। इसके बाद कहीं से चापड़ भी ले आया।
उसे तलाश थी, तो मौके की। सोमवार को जब उसके दो बेटे हरदोई एक तारीख में गए थे। तभी उसने मौका पाकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। बचाव में आई बेटी वैष्णवी पर भी तेजाब और चापड़ से हमला किया था। मृतका के तीनों बेटों अमित, सुमित व अंकुल ने बताया कि पिता के सनकीपन से मां सोनी बहुत परेशान थी।करीब एक साल से दोनों में झगड़े बढ़ गए थे। बहन वैष्णवी मां का पक्ष लेती थी, इसलिए उसे भी मारता था। अर्जुन सोनी को कई बार बेल्टों से पीट चुका था। करन ने बताया कि पिता ने दो दिन पूर्व शुक्लागंज में रहने वाले मामा सुजीत सोनी को फोन करके कहा था कि सोनी अगर मेरी नहीं हुई, तो किसी और की भी नहीं होने देगा।
तीनों बेटों में मझला बेटा सुमित बहराइच में कपड़े का काम करता है। पुलिस की जांच में पता चला है कि अर्जुन के बेटों अमित उर्फ करन और सुमित पर हरदोई में एक सिपाही की मां की हत्या के मामले में रिपोर्ट दर्ज है। अधिक जानकारी के लिए एक टीम हरदोई भेजी जाएगी।
वहीं एक युवती को भगा ले जाने के मामले में दोनों की सोमवार सिद्धार्थनगर में तारीख थी। घर में मां सोनी, छोटा भाई अंकुल और बहन वैष्णवी थे। शाम करीब चार बजे अंकुल भी मंदिर चला गया। तभी मौका पाकर अर्जुन ने पत्नी की चापड़ से काटकर हत्या कर दी।
पोस्टमार्टम के बाद शव को तीनों बेटों के सुपुर्द कर दिया गया। मां का शव देखते ही छोटा बेटा अंकुल बिलखता हुआ बोला मेरे बाप के सनकीपन ने पूरा परिवार उजाड़ दिया। उसने मकान मालकिन पर भी पिता अर्जुन को मां के खिलाफ भरने का आरोप लगाया।
पुलिस ने दोनों के बीच समझौता करा दिया था
हालांकि, मकान मालकिन के अनुसार उनका किराया बकाया होने का विवाद है। इस घटना के दो दिन पूर्व ही यह विवाद भी फजलगंज थाने पहुंचा था, जहां पुलिस ने दोनों के बीच समझौता करा दिया था। वहीं, शव को भैरोघाट पर अंतिम संस्कार किया गया है।